पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा ने पार्टी अध्यक्ष जीतन राम मांझी के लिए की गई टिप्पणी पर कड़ा रुख अख्तियार किया है। पार्टी ने कहा है कि NDA के नेता मर्यादा में रहें, वर्ना वह नीतीश कुमार सरकार से समर्थन वापस ले लेगी। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के मुख्य प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बिहार के पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार बबलू के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि मांझी को राजनीति से संन्यास लेने और राम के नाम का नाम जपने का सुझाव दिया गया था, लेकिन अगर हमने समर्थन वापस ले लिया तो पूरी एनडीए के नेता राम का नाम जपना शुरू कर देंगे।
‘नीरज कुमार बबलू कौन हैं सुझाव देने वाले’
रिजवान ने कहा, ‘नीरज कुमार बबलू कौन हैं, जो जीतन राम मांझी को राजनीति से संन्यास लेने और राम का नाम जपने का सुझाव देते हैं। नीतीश कुमार सरकार में हमारी पार्टी के 4 विधायक हैं। उनके कारण वह मंत्री बने। यदि हम इस सरकार से अपना समर्थन वापस ले लेती है, तो पूरी एनडीए के नेता और मंत्री सड़कों पर होंगे। फिर आप भगवान राम के नाम का जाप करना शुरू कर देंगे।’ HAM प्रवक्ता ने कहा कि बबलू को बीजेपी के अन्य नेताओं जैसे कैलाश विजयवर्गीय को सुझाव देना चाहिए, जिन्होंने अतीत में कई बार एक विशेष समुदाय के खिलाफ बात की है।’
‘सिर्फ HAM के विधायकों से नहीं चल रही सरकार’
रिजवान ने बीजेपी नेता बबलू पर हमला बोलते हुए कहा कि वह विजयवर्गीय जैसे नेताओं को राजनीति से संन्यास लेने का सुझाव क्यों नहीं दे रहे हैं? इस बीच, नीरज कुमार बबलू ने फिर कहा कि वह अपने रुख पर कायम हैं। बबलू ने कहा, ‘जीतन राम मांझी एनडीए के नेता हैं, लेकिन अब वह सेवानिवृत्ति की आयु तक पहुंच गए हैं। इसलिए, उन्हें सेवानिवृत्त होकर राम का नाम लेना चाहिए।’ उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए सरकार हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के 4 विधायकों पर निर्भर नहीं है। यह (गठबंधन) अन्य दलों की मदद से भी बना है।