पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मीडिया में आई उन खबरों को सोमवार को खारिज कर दिया कि उनकी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) में कोई मतभेद है। उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। मीडिया के एक हिस्से ने दावा किया कि जद (यू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह और उनके पूर्ववर्ती आरसीपी सिंह प्रतिद्वंद्वी शक्ति के केंद्र बनकर उभरे हैं। गौरतलब है कि केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद आरसीपी ने हाल में पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। जब मुख्यमंत्री का ध्यान उन पोस्टरों की ओर दिलाया गया जिसमें आरसीपी की तस्वीर थी, जबकि ललन सिंह की तस्वीर गायब थी तो नीतीश ने कहा, “सभी लोग एकजुट हैं।’’
पटना स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में सोमवार को आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘हमलोगों की पार्टी में सबकी इज्जत की जाती है। पिछले वर्ष दिसंबर में पार्टी के राष्ट्रीय परिषद की बैठक में आरसीपी सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गई और वे काम करने लगे। जब मंत्री बन गये तो उन्होंने कहा कि अब ललन जी बन जाएं तो ज्यादा अच्छा है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में ललन सिंह को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का निर्णय किया गया।’’
नीतीश ने कहा, ‘‘ हमलोगों की पार्टी में सबमें एकजुटता है। कहीं कोई ग्रुप नहीं है। ललन सिंह सीनियर व्यक्ति हैं। जब समता पार्टी बनी थी, उस समय से ये हैं बल्कि उससे पहले भी थे। पार्टी में सब लोग काम कर रहे हैं, कहीं कोई दिक्कत नहीं है।’’ उत्तर प्रदेश में जद(यू) के चुनाव लड़ने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि उनकी पार्टी की सभी जगह इकाइयां है।
उन्होंने कहा, ‘‘अभी हमारी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी, उसमें भी लोगों ने इच्छा प्रकट की थी। ये तो राष्ट्रीय कार्यकारिणी का काम है। गठबंधन करके या अलग लड़ने के संबंध में पार्टी के लोग निर्णय लेंगे।’’ उत्तर प्रदेश में जद(यू) के दो सौ सीटों पर चुनाव लड़ने की चर्चा के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
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