A
Hindi News बिहार चुनाव जीतने के बाद पैक्स अध्यक्ष की जान लेने की कोशिश, मारी गई गोली

चुनाव जीतने के बाद पैक्स अध्यक्ष की जान लेने की कोशिश, मारी गई गोली

नालंदा में जीते हुए पैक्स अध्यक्ष को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया। जीत हासिल करने के बाद गांव के लोगों से मिल रहे थे, तभी पहले मारपीट हुई। इसके बाद गोली मारकर जख्मी कर दिया।

नालंदा में पैक्स अध्यक्ष को गोली मारकर घायल किया।- India TV Hindi नालंदा में पैक्स अध्यक्ष को गोली मारकर घायल किया।

बिहार में पैक्स चुनाव चल रहा है। इस बीच, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिला नालंदा में जीते हुए पैक्स अध्यक्ष को गोली मारकर जख्मी कर दिया गया। घटना बिहारशरीफ प्रखंड के मैघी नगमा पंचायत का है। यहां पैक्स अध्यक्ष शिव चरण प्रसाद को विपक्ष के लोगों ने गोली मार दी। परिवार के लोगों ने बताया कि जीत हासिल करने के बाद गांव के लोगों से मिल रहे थे। उसी दौरान पहले मारपीट हुई और उसके बाद गोली मारकर जख्मी कर दिया।

हथियार लेकर आए, घर पर हमला 

शिव चरण प्रसाद को इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक इलाज के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। पैक्स अध्यक्ष की पत्नी सरस्वती देवी ने बताया कि जीत हासिल करने के बाद लोगों से मिलने दीपनगर बाजार गए थे। इसके बाद जैसे ही घर के पास पहुंचे तो हथियार से लैस लोगों ने घर पर हमला किया। बेटे को भी लाठी-डंडों से पीटा और नव निर्वाचित पैक्स अध्यक्ष को गोली मार दी। घटना को अंजाम देकर बदमाश फरार हो गए। पुलिस ने इस घटना को लेकर पूछताछ के लिए दो लोगों को हिरासत में लिया है। गोली लगने की खबर जैसे ही लोगों की मिली तो शिव चरण के समर्थक मौके पर पहुंच गए।

27 नवंबर को घोषित हुए नतीजे

नालंदा जिले में 26 नवंबर को पैक्स चुनाव के पहले चरण का मतदान शुरू हुआ। जिले के चार प्रखंडों– बिहारशरीफ, रहुई, अस्थावां और सरमेरा में कुल 92 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ। परिणाम 27 नवंबर को घोषित किया गया। जिला प्रशासन ने चुनाव को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए कड़े इंतजाम किए थे। मतगणना केंद्र से लेकर मतदान केंद्र तक सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही थी। विशेष रूप से बिहारशरीफ के सभी 23 बूथों को अतिसंवेदनशील घोषित किया गया था। प्रत्येक मतदान केंद्र पर चार-चार मतदान कर्मियों की तैनाती की गई थी। साथ ही पर्याप्त पुलिस बल भी तैनात किया गया था। वहीं, अस्थावां प्रखंड में सबसे अधिक मतदाता केंद्र स्थापित किए गए थे, जहां 16 संवेदनशील, 9 अति संवेदनशील और 11 सामान्य बूथ थे। (शिव कुमार की रिपोर्ट के साथ)

ये भी पढ़ें-

बीजेपी के समर्थन में आए उद्धव गुट के नेता, "ये पार्टी किसी के दवाब में फैसले नहीं लेती"

दंपति की शर्मनाक करतूत, पैसे के लिए मासूम का किया सौदा, 4 साल की बेटी को 40,000 में बेचा