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Hindi News बिहार नीट पेपर लीक मामलाः संजीव मुखिया समेत 13 आरोपियों की जमानत याचिका पर अब CBI कोर्ट में होगी सुनवाई

नीट पेपर लीक मामलाः संजीव मुखिया समेत 13 आरोपियों की जमानत याचिका पर अब CBI कोर्ट में होगी सुनवाई

नीट पेपर लीक के आरोपियों पर ADJ पांच की कोर्ट में आज सुनवाई हुई। सभी तेरह आरोपीयो की जमानत याचिका के साथ संजीव मुखिया के तरफ से दायर अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई।

सांकेतिक तस्वीर- India TV Hindi Image Source : ANI सांकेतिक तस्वीर

पटनाः नीट पेपर लीक के आरोपियों पर ADJ पांच की कोर्ट में आज सुनवाई  हुई। सभी तेरह आरोपियों की जमानत याचिका के साथ संजीव मुखिया के तरफ से दायर अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई हुई। कोर्ट ने सरकारी वकील को कहा कि यह केस चूंकि अब CBI के पास चला गया है इसकी जानकारी ऑर्डर पेपर के साथ कोर्ट को दें। कोर्ट ने यह भी कहा कि अब इस मामले की सुनवाई CBI की विशेष अदालत ही करेगी। जमानत के मामले समेत सारी सुनवाई अब CBI की विशेष अदालत में ही होगी। कोर्ट में सुनवाई के बाद पता चल सकेगा कि संजीव मुखिया को नो कोर्सिव कोई बलपूर्वक कार्रवाई नहीं) का लाभ मिलता रहेगा या नहीं। 

संजीव मुखिया को निचली अदालत से मिली थी राहत

दरअसल पांच जून को ही संजीव मुखिया ने पटना के एडीजी-5 की कोर्ट से नौ कोर्सिव (कोई बलपूर्वक कार्रवाई नहीं) का आदेश प्राप्त कर लिया था। इस आदेश के बाद अगले आदेश तक उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा सकती। पुलिस या सीबीआई अगले आदेश तक कोई एक्शन नहीं ले सकती। 

संजीव का बेटी जेल में है बंद

पटना की एक अदालत आज मुखिया की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई करेगी। संजीव मुखिया का दामन पहले से ही दागदार रहा है। उसका बेटा शिव पहले से ही बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) शिक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक में शामिल होने के आरोप में जेल में बंद है। 
 

संजीव मुखिया कौन हैं?

संजीव मुखिया का असली नाम संजीव सिंह है जोकि बिहार के नालंदा जिले के नगरनौसा गांव का निवासी है। मुखिया नालंदा कॉलेज की नूरसराय शाखा में तकनीकी सहायक हैं। मुखिया पहले सबौर कृषि कॉलेज में काम कर चुका है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी पत्नी ममता देवी के भुतहाखार पंचायत के 'मुखिया' चुने जाने के बाद उन्हें 'मुखिया' के नाम से संबोधित किया जाने लगा। ममता ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में हरनौत सीट से एक क्षेत्रीय पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन असफल रहीं थीं।