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Hindi News बिहार NEET पेपर लीक से लगातार जुड़ रहे बिहार के तार, अब चौथी पास ट्रैक्टर चालक का नाम आया सामने

NEET पेपर लीक से लगातार जुड़ रहे बिहार के तार, अब चौथी पास ट्रैक्टर चालक का नाम आया सामने

बिहार पुलिस के अनुसार एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल करके उन्हें बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग एक घर में जा रहे हैं। यहां रेड करने पर पुलिस को कुछ रोल नंबर मिले। इन रोल नंबर की मदद से चार छात्रों को पकड़ा गया और उनके बयान के आधार पर नौ और लोगों को गिरफ्तार किया गया।

Representative Image- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO प्रतीकात्मक तस्वीर

देश की सबसे बड़ी मेडिकल परीक्षा NEET UG 2024 पेपर लीक मामले के तार लगातार बिहार से जुड़ रहे हैं। बिहार के अलावा भी कई राज्यों से आरोपी पकड़े गए हैं। बिहार के रोहतास जिले से एक चौथी पास ट्रैक्टर चालक को भी गिरफ्तार किया गया है। पुलिस इस मामले में कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें 38 वर्षीय बिट्टू सिंह भी शामिल है। चौथी पास बिट्टू सिंह पहले ट्रैक्टर चलाता था, लेकिन बाद में सिकंदर यादुवेंद्र का निजी ड्राइवर बन गया। सिकंदर का इस पेपर लीक में बेहद अहम रोल था। इसी वजह से बिट्टू को भी गिरफ्तार किया गया है। बिट्टू रोहतास जिला के गढ़नोखा का रहने वाला है।

इस मामले में पुलिस कई राज्यों से आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और अब पूरे मामले की जांच EOU कर रही है। नीट परीक्षा में कुछ बच्चों को 719 और 718 नंबर मिले थे। इसके साथ ही एक ही सेंटर के कई बच्चों ने टॉप किया था। इससे पेपर पर सवाल खड़े होने शुरू हुए। सफाई में एनटीए की तरफ से कहा गया कि ग्रेस के नंबर मिलने से ऐसा हुआ है। हालांकि, बिहार पुलिस की जांच ने पेपबर लीक की आशंका को मजबूती दी और अब पूरे मामले की जांच हो रही है।

कैसे हुआ खुलासा?

बिहार पुलिस के अनुसार एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल करके उन्हें बताया था कि कुछ संदिग्ध लोग एक घर में जा रहे हैं। यहां रेड करने पर पुलिस को कुछ रोल नंबर मिले। इन रोल नंबर की मदद से चार छात्रों को पकड़ा गया और उनके बयान के आधार पर नौ और लोगों को गिरफ्तार किया गया। एक जूनियर इंजीनियर पर पेपर लीक करने के आरोप लगे। अन्य लोगों पर इसका साथ देने के आरोप लगे। परीक्षा से एक दिन पहले ही छात्रों को सभी सवाल और उनके जवाब बता दिए गए थे। आरोपियों को इसके लिए 30-40 लाख रुपये मिले थे। उन्हें रातभर में प्रश्न और उत्तर छात्रों को याद कराने थे और सुबह एग्जाम सेंटर पर छोड़ना था। उन्होंने ऐसा ही किया था, लेकिन एक टिप ने पूरे कांड का खुलासा कर दिया। 

(रोहतास से रंजन सिंह राजपूत की रिपोर्ट)