A
Hindi News बिहार बिहार: महिला दरोगा ने जहर खाकर दी जान, एक हफ्ते पहले थाने में तैनाती... मरने से पहले बॉयफ्रेंड सिपाही से की बात

बिहार: महिला दरोगा ने जहर खाकर दी जान, एक हफ्ते पहले थाने में तैनाती... मरने से पहले बॉयफ्रेंड सिपाही से की बात

महिला दरोगा दीपिका कुमारी साइबर थाने में तैनात 2020 बैच की दरोगा थीं। इसी महीने की 21 जून को मुजफ्फरपुर साइबर थाने में पोस्टिंग हुई थी।

महिला दरोगा ने जहर खाकर दी जान- India TV Hindi Image Source : INDIA TV महिला दरोगा ने जहर खाकर दी जान

बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में पुलिस महकमे में उस समय हड़कंप मच गया, जब एक महिला दरोगा ने जहर खाकर खुदकुशी कर ली। महिला दरोगा ने सलफास खाकर अपने बॉयफ्रेंड सिपाही को फोन किया लेकिन जब तक कोई कुछ कर पता तब तक वह दम तोड़ चुकी थी। 28 वर्षीय दीपिका कुमारी पटना के राम कृष्ण नगर की रहने वाली थी। मुजफ्फरपुर के बेला के लक्ष्मी नारायण कॉलोनी में किराए के मकान में रहती थी।

महिला दरोगा ने किराए के आवास पर खाया जहर

दीपिका कुमारी साइबर थाने में तैनात 2020 बैच की दरोगा थीं। ट्रेनिंग के बाद 21 जून को मुजफ्फरपुर साइबर थाना में पोस्टिंग हुई थी। दरोगा दीपिका ने अपने किराया के आवास पर जहर (सलफास) खाया था। इसके बाद केंद्रीय कारागार के जेल में तैनात बॉयफ्रेंड सिपाही रोहित सिंह को फोन कर जानकारी दी। आनन- फानन में रोहित ने पटना में दीपिका के परिवारवालों को सूचना दी। 

अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत

इसके बाद परिजन पुलिस के साथ दीपिका के आवास पहुंचे। उसे इलाज के लिए खादी भंडार स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। महिला दरोगा के जहर खाने की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में सनसनी फैल गई। साइबर डीएसपी, लाइन डीएसपी सहित थाने के पुलिस अस्पताल पहुंच गए। पुलिस ने जुरन छपरा स्थित एक निजी क्लीनिक में लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई। 

मां और बॉयफ्रेंड सिपाही से की फोन पर बात

अस्पताल में परिजनों के पहुंचते ही माहौल गमगीन हो गया। माता-पिता चीत्कार मारकर रोने लगे। जहर खाने से एक घंटा पहले दीपिका ने अपनी मां से फोन पर बातचीत की थी। उसके बाद मित्र रोहित सिंह को फोन कर बोला की वह तनाव में सलफास खा ली है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेज दिया।

21 जून को साइबर थाने में हुई थी ज्वाइनिंग

मृतक के पिता राजनंदन प्रसाद ने बताया की दीपिका पहले खुदी राम बोस केंद्रीय कारा में सिपाही के पद पर तैनात थी। इसके बाद वह दरोगा में चयनित हुई। दीपिका 2020 बैच की दरोगा थी। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद मुजफ्फरपुर जिला बल में योगदान दी थी। 21 जून को साइबर थाने में ज्वाइन की थी।

मृतक महिला दरोगा के पिता पटना में चलातें है ऑटो

बता दें की दरोगा दीपिका के पिता राजनंदन प्रसाद पटना में ऑटो चलाते हैं। दीपिका चार बहन व एक भाई में तीसरे नंबर पर थी। बड़ी बहन सरकारी शिक्षक है। एक बहन गृह विभाग दिल्ली में स्टेनो है। छोटी बहन झारखंड मिलिट्री पुलिस में थी। उसने दो साल पहले त्यागपत्र दे दी। दीपिका को हाजीपुर जेल में सिपाही रोहित से जान पहचान हुई थी।

पूरे मामले में सीटी एसपी अवधेश दीक्षित ने बताया की छानबीन से स्पष्ट है कि निजी मामले की वजह से महिला दरोगा ने आत्महत्या की है। परिवारवालों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

(संजीव कुमार की रिपोर्ट)