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Hindi News बिहार 'भगवान करे आरजेडी का दरवाजा हमेशा बंद रहे', मंत्री संतोष सिंह का तेजस्वी पर निशाना

'भगवान करे आरजेडी का दरवाजा हमेशा बंद रहे', मंत्री संतोष सिंह का तेजस्वी पर निशाना

बिहार के मंत्री संतोष सिंह ने तेजस्वी यादव पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि 2025 में आरजेडी की दुकान बंद होने वाली है।

संतोष सिंह, मंत्री श्रम संसाधन, बिहार सरकार- India TV Hindi Image Source : INDIA TV संतोष सिंह, मंत्री श्रम संसाधन, बिहार सरकार

सासारामः बिहार के श्रम मंत्री संतोष सिंह ने तेजस्वी यादव के उस बयान पर निशाना साधा है जिसमें उन्होंने कहा था कि नीतीश कुमार के लिए आरजेडी का दरवाजा हमेशा के लिए बंद है। संतोष सिंह ने कहा कि भगवान करे आरजेडी का दरवाजा हमेशा के लिए बंद हो जाए। आने वाले 2025 के चुनाव में वैसे भी उनका दरवाजा एवं दुकान हमेशा के लिए बंद होने वाला है।

तेजस्वी यादव के बयान पर कसा तंज

दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान दिया है कि नीतीश कुमार के लिए राजद का दरवाजा हमेशा के लिए बंद है। इस पर तंज करते हुए मंत्री संतोष सिंह ने कहा कि तेजस्वी यादव मुंगेली लाल का सपना देख रहे हैं। वह खुद से अपना दरवाजा बंद करते हैं और खोलते हैं। सीएम नीतीश कुमार खुले मंच से कई बार कह चुके हैं कि गड़बड़ करने वालों के साथ अब कभी नहीं जाएंगे। दो बार गलती कर चुके हैं, अब गलती नहीं करेंगे। ऐसे में सिर्फ भ्रम पैदा करने के लिए तेजस्वी यादव इस तरह के बयान देते हैं। जबकि वास्तविकता यह है कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में जनता उनका दरवाजा हमेशा के लिए बंद कर देगी। 

तेजस्वी ने कही थी ये बात

बता दें कि तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा था कि नीतीश कुमार को साथ लेकर चलना अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। अब उन्हें गठबंधन में कभी भी उन्हें नहीं लेंगे। उनके लिए हमारे दरवाजे हमेशा के लिए बंद हैं।

पहले किया था ये दावा

इससे पहले तेजस्वी यादव ने शनिवार को दावा किया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अब सामान्य रूप से काम करने में सक्षम नहीं हैं और मुट्ठी भर करीबी सहयोगियों ने उन्हें ‘‘बंधक’ बनाकर रखा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अब अपने होश में नहीं हैं। वह बिहार चलाने में असमर्थ हैं।  राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष यादव ने दावा किया कि नीतीश कुमार खुद निर्णय नहीं ले रहे हैं। उन्हें उनकी पार्टी के चार नेताओं ने बंधक बना लिया है, जिनमें से दो दिल्ली में और शेष यहां के हैं, जो फैसले ले रहे हैं।

रिपोर्ट- रंजन सिंह