'सरकार बनते ही 1 घंटे में हटेगी शराबबंदी, प्रशांत किशोर ने विधानसभा चुनाव के पहले किया वादा
प्रशांत किशोर ने आज अपनी पार्टी बनाने की ओर बड़ा ऐलान किया है, उन्होंने कहा कि जल्द ही हमारी पार्टी बन जाएगी और चुनाव लड़ेगी। फिर सरकार बनने के एक घंटे में ही शराबबंदी हटा दी जाएगी।
राजनीतिक रणनीतिकार से बिहार के जनसुराज कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर ने गुरुवार को हंकार भरी है और कहा कि जन सुराज, अब से एक महीने से भी कम समय में एक राजनीतिक पार्टी बनने जा रही है, साथ ही अगले साल होने वाले बिहार विधानसभा चुनावों में "सभी 243 सीटों" पर चुनाव लड़ेगी। पूर्णिया जिले में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने ये बातें कहीं।
नहीं होगी किसी गठबंधन की कोई जरूरत
जनसुराज के संस्थापक जनसुराज ने कहा कि पार्टी का गठन 2 अक्टूबर को "राज्य के कम से कम एक करोड़ लोगों के सक्रिय समर्थन से किया जाएगा, जिससे किसी गठबंधन की कोई जरूरत नहीं रह जाएगी"। किशोर ने कहा, "मैं यह स्पष्ट कर दूं कि जन सुराज सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी, एक भी सीट कम नहीं।" प्रशांत किशोर ने बतौर राजनीतिक रणनीतिकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं के इलेक्शन कैंपेन को संभाला है।
1 घंटे के भीतर शराब पर से हटेगा प्रतिबंध- पीके
IPAC के संस्थापक ने कहा कि नई पार्टी "अपनी सरकार बनने के 1 घंटे के भीतर शराब पर प्रतिबंध हटा देगी"। उन्होंने कहा, "शराबबंदी कानून नीतीश कुमार की ओर से एक दिखावा है।" उन्होंने मौजूदा शराबबंदी को अप्रभावी बताते हुए कहा कि इससे शराब की अवैध होम डिलीवरी हुई है और राज्य को संभावित उत्पाद शुल्क राजस्व में 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। किशोर ने राजनेताओं और नौकरशाहों पर अवैध शराब बिजनेस से अनुचित लाभ उठाने का आरोप लगाया।
"योग्यता की राजनीति" में विश्वास
47 वर्षीय प्रशांत किशोर ने कहा कि वह "योग्यता की राजनीति" में विश्वास करते हैं और शराबबंदी के खिलाफ बोलने से नहीं कतराएँगे, "अन्य पार्टियों की तरह जिन्हें डर है कि ऐसा करने से उन्हें महिलाओं के वोटों का नुकसान हो सकता है"। किशोर ने कहा कि वह बिहार की दुर्दशा के लिए नीतीश कुमार और उनके पूर्ववर्ती लालू प्रसाद को जिम्मेदार मानते हैं, हालांकि कांग्रेस और भाजपा भी इसके लिए जिम्मेदार हैं।
कांग्रेस समेत नीतीश व बीजेपी पर बोला हमला
किशोर ने कहा, "कांग्रेस ने लालू प्रसाद के कुकृत्यों की ओर आंखें मूंद लीं, क्योंकि उनकी राजद पिछली यूपीए सरकार की सहयोगी थी। इसने उन्हें सत्ता में बने रहने में मदद की, हालांकि राजद के पास विधानसभा में कभी बहुमत नहीं था। यही हाल नीतीश कुमार का भी है, जिनकी जेडी(यू) को कभी स्पष्ट जनादेश नहीं मिला है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भाजपा, जो महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनाने के लिए अन्य दलों को तोड़ने की शौकीन है, बिहार में नीतीश कुमार के पीछे रहकर संतुष्ट है।"
राहुल गांधी के बयान पर ली चुटकी
रिजर्वेशन पर राहुल गांधी के बयान के बारे में पूछे जाने पर, किशोर ने चुटकी लेते हुए कहा, "मुझे आश्चर्य है कि क्या कांग्रेस नेता अपनी बातों के प्रति सचेत हैं। अगर जो रिपोर्ट किया गया है वह सही है, तो ऐसा लगता है कि वह हाल के लोकसभा चुनावों के दौरान अपनाए गए अपने रुख से पीछे हट रहे हैं, जिसमें उन्होंने जाति जनगणना की मांग को इतनी जोरदार तरीके से दबाया था।"
(इनपुट- PTI)
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