बिहार में कोसी, बागमती, गंडक खतरे के निशान से ऊपर, पुल-पुलियों और तटबंधों की बढ़ाई गई निगरानी
पुलियों के साथ तटबंधों और कटाव वाले इलाकों की निगरानी के निर्देश गए हैं। नदियों के जलस्तर के बढ़ने और घटने पर नजर रखने के साथ ही अप्रोच सड़कों पर पड़ने वाले प्रभावों की भी सतत निगरानी रखने के लिए कहा गया है।
पटना: बिहार से होकर बहने वाली करीब सभी नदियां इन दिनों उफान पर हैं। कोसी, बागमती, गंडक नदी कई जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इस बीच, पुल-पुलियों के गिरने और धंसने की घटनाओं के बाद पुल, पुलियों, तटबंधों और कटाव प्रभावित क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
जल संसाधन विभाग ने इंजीनियर्स को अलर्ट किया
जल संसाधन विभाग ने सभी संबंधित इंजीनियरों को अलर्ट कर पुल, पुलियों के साथ तटबंधों और कटाव क्षेत्रों की निगरानी के निर्देश दिए हैं। इंजीनियरों को नदियों के जलस्तर के बढ़ने और घटने पर नजर रखने तथा रिसाव वाले क्षेत्रों पर निगाह रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा अप्रोच सड़कों पर पड़ने वाले प्रभावों की भी सतत निगरानी रखने की बात कही गई है।
वीरपुर बराज से कोसी में 1,63,455 क्यूसेक पानी छोड़ा गया
प्रदेश की सभी नदियों में जलस्तर बढ़ा हुआ है। जल संसाधन विभाग के मुताबिक, वीरपुर बराज में कोसी नदी का जल स्राव शनिवार सुबह 10 बजे 1,63,455 क्यूसेक था, जबकि अपराह्न दो बजे 1,43,125 क्यूसेक दर्ज किया गया। गंडक नदी के वाल्मीकि नगर बराज में गंडक का जल स्राव सुबह 10 बजे 2,51,200 क्यूसेक था, जो अपराह्न दो बजे 2,33,00 क्यूसेक पहुंच गया। शुक्रवार को दो बजे यहां गंडक का जलस्राव 3,35,600 क्यूसेक तक पहुंच गया था।
नेपाल और बिहार में बारिश से नदियां उफान पर
नेपाल और बिहार के कई क्षेत्रों में हो रही बारिश से गंडक, कोसी, बागमती, कमला बलान और महानंदा कई स्थानों पर लाल निशान से ऊपर बह रही हैं। कमला बलान नदी जयनगर और झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि बागमती सोनाखान, डूबाधार, कटोंझा तथा बेनीबाद में खतरे के निशान से ऊपर है। महानंदा नदी ढेंगरा घाट के पास लाल निशान को पार कर गयी है, जबकि कोसी बलतारा में तथा गंडक नदी डुमरिया घाट में खतरे के निशान से ऊपर है।
गंगा नदी का जलस्तर भी बढ़ा
गंगा नदी के जलस्तर में भी वृद्धि देखी जा रही है। प्रमुख नदियों के लाल निशान से ऊपर बहने के कारण कई इलाकों के निचले स्थानों पर बाढ़ का पानी पहुंच गया है। सीतामढ़ी के भिटामोड़-चोरौत मार्ग पर सड़क पर बाढ़ का पानी बह रहा है। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और सीतामढ़ी के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। दरभंगा में कुशेश्वर स्थान के कई गांवों में पानी घुस गया है। मधेपुरा जिले में भी एक दर्जन से अधिक गांवों में बाढ़ का पानी फैल गया है। इस बीच, अगले 24 घंटे के दौरान बिहार के कोसी, महानंदा, नॉर्थ कोयल, कनहर एवं ऊपरी सोन नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की से साधारण, जबकि बागमती, अधवारा, गंडक, सोन एवं पुनपुन नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में हल्की बारिश होने की संभावना जताई गई है। (भाषा)