बिहार के कटिहार जिले से एक हैरतअंगेज मामला सामने आया है। जिले के निजी नर्सिंग होम में एक बड़ी लापरवाही को अंजाम दिया गया है। एक महिला को अपेंडिक्स बोलकर उसका लीवर का ऑपरेशन किया गया है। वहीं इसमें सबसे हैरान करने वाली बात है कि ऑपरेशन के बाद टांके भी स्टीच नहीं किए गए। उसे घर जाने के लिए बोल दिया।
अल्ट्रा साउंड में अपेंडिक्स
जानकारी के मुताबिक, ये मामला जिले के कोढ़ा प्रखड के कोलासी का है। जहां कोलासी की रहने वाली रिंकी देवी अपने पति परदेसी ठाकूर के साथ पेट में दर्द होने पर ईलाज करने के लिए पहुंची थी। डॉक्टर ने महिला की अल्ट्रा साउंड करने के बाद कहा कि अपेंडिक्स का ऑपरेशन करना पड़ेगा। वहीं डॉक्टर ने बताया कि 12 हजार रुपये लग जाएंगे।
डॉक्टर ने कहा कि अपेंडिक्स नहीं
इस संबंध में महिला के पति ने बताया कि हम डॉक्टर से मिले तो उन्होंने कहा कि पहले अपेंडिक्स का ऑपरेशन होगा, इसके बाद लीवर का ऑपरेशन का होगा। डॉक्टर ने जब ऑपरेशन किया तो कहा कि अपेंडिक्स नहीं है और आंत खुले रहने के लिए बोला। महिला के पति ने आगे बताया कि 9 दिनों तक अस्पलात में ईलाज चलते रहा, उसके बाद डॉक्टर ने डिस्चार्ज कर दिया।
टांके की जगह बेल्ट
पति ने बताया कि घर जाने के दो दिन बाद मेरी पत्नी की तबीयत खराब हो गई। मैं फिर आनन-फानन में नर्सिंग होम पहुंचा तो वहां पर मौजूद कर्मियों ने कहा कि सब ठीक हो जाएगा। उन्होंने कमर में बेल्ट लगाने के लिए सलाह दी लेकिन 5 दिन तक बेल्ट लगाने के बाद मांस काफी सड़ गया। इस बात की जानकारी डॉक्टर को लगी तो उसने तुरंत अपने अस्पताल से महिला और उसके पति को भगा दिया। फिलहाल महिला के लीवर में इंफेक्शन हो गया है और उसकी ईलाज चल रही है। महिला की हालत गंभीर है।