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Hindi News बिहार बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है? जीतन राम मांझी का एक ट्वीट और मच गई खलबली

बिहार में कुछ बड़ा होने वाला है? जीतन राम मांझी का एक ट्वीट और मच गई खलबली

बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपने हालिया पोस्ट से राज्य की सियासत को गर्म कर दिया है। बिहार में एक बार फिर सियासी उलटफेर देखने को मिल सकता है। मांझी ने अपने सभी विधायकों को पटना में रहने का निर्देश दिया है।

jitan ram manjhi- India TV Hindi Image Source : PTI बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी

बिहार में एक बार फिर किसी बड़ी राजनीतिक घटना की सुगबुगाहट शुरू हो गई है। दरअसल, बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने अपनी एक पोस्ट से पूरे सूबे की सियासत हिला दी। मांझी ने शुक्रवार को अपने X अकाउंट से एक पोस्ट करके बिहार में बड़े सियासी उलटफेर की अटकलों की चर्चा तेज कर दी है। मांझी ने लिखा है, "दिल्ली में रहने के बावजूद बिहार के वर्तमान राजनैतिक हालात पर मेरी नजर है। राज्य के राजनैतिक हालात को ध्यान में रखते हुए मैंने अपने सभी माननीय विधायकों को आगामी 25 जनवरी तक पटना में ही रहने का निर्देश दिया है। जो भी हो राज्यहित में होगा। जय बिहार..."

"नीतीश से फिर गठबंधन में कोई आपत्ति नहीं"

बता दें कि जीतन राम मांझी दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में भाग लेने गए हैं। इस दौरान जब उनसे ये पूछा गया कि क्या विपक्ष का गठबंधन ताश के पत्तों की तरह बिखर रहा है। इसपर मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार का यही चरित्र रहा है। इसके लिए लालू जी ने शब्द दिया है पलटूराम का। तो जब पलटूराम ने एक बार पलटकर अपने चरित्र को समाज में दिखा दिया है,  तो दूसरी बार, तीसरी बार और चौथी बार पलटने में क्या दिक्कत हो सकती है। इसलिए ऐसा हो सकता है। मैं उम्मीद कर सकता हूं और अगर वो आते हैं गठबंधन में, बीजेपी बड़ी पार्टी है और वो अगर उनको लेने की बात करती है तो हमें उसमें कोई आपत्ति नहीं होगी। 

"चूड़ा-दही से काम नहीं चलेगा, खिचड़ी भी खाएंगे"

वहीं इस दौरान मांझी ने कहा कि हमारी चिराग पासवान से चूड़ा दही खाने पर मुलाकात हुई थी और वहीं ये तय किया गया कि चूड़ा-दही से काम नहीं चलेगा, अब खिचड़ी भी खाना है। तो फिर हमने दिल्ली में चिराग के घर खिचड़ी खाई है। वहां ये बात हुई कि हम लोग हर हाल में एनडीए को साथ लेंगे और नरेंद्र मोदी का हाथ साथ रहेगा। मांझी ने कहा कि इन्होंने आश्वासन यही दिया था कि तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाएंगे। आज जिस प्रकार से उनके ऊपर आरजेडी का दवाब है, हमारे नीतीश कुमार विचलित हैं। साथ ही नीतीश को ये सपना दिखाया गया था कि वो प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी होंगे। लेकिन लालू जी ने पटना में ही संकेत दे दिया था कि आप शादी करो, हम लोग बरात में आएंगे।

"ये चीज नीतीश बर्दाश्त नहीं पा रहे"

जीतन राम मांझी ने आगे कहा कि जब बेंगलुरु में मीटिंग हुई और फिर दिल्ली में मीटिंग हुई तो नीतीश की शंका दूर हुई कि उनको ये लोग पीएम कैंडिडेट नहीं बनाएंगे। क्योंकि मल्लिकार्जुन खरगे को विपक्षी गठबंधन का अध्यक्ष घोषित कर दिया गया और इनको संयोजक बनाने की बात हुई। ये चीज नीतीश बर्दाश्त नहीं कर पा रहे हैं और ऐसी परिस्थति में वह कुछ भी सोच सकते हैं। 

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