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Hindi News बिहार जेडीयू में 3 दिन पहले शामिल होने वाले मनीष वर्मा को नीतीश कुमार ने दी बड़ी जिम्मेदारी, बनाया राष्ट्रीय महासचिव

जेडीयू में 3 दिन पहले शामिल होने वाले मनीष वर्मा को नीतीश कुमार ने दी बड़ी जिम्मेदारी, बनाया राष्ट्रीय महासचिव

जेडीयू ने पूर्व IAS अधिकारी मनीष वर्मा को बड़ी जिम्मेदारी दी है। पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने उन्हें जेडीयू का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है।

जेडीयू नेता मनीष वर्मा- India TV Hindi Image Source : X@JDUONLINE जेडीयू नेता मनीष वर्मा

पटनाः तीन दिन पहले जेडीयू में शामिल होने वाले पूर्व आईएएस अधिकारी मनीष कुमार वर्मा को पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार ने बड़ी जिम्मेदारी दी है। जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने मनीष कुमार वर्मा को पार्टी का राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। मनीष कुमार वर्मा नीतीश कुमार के खास माने जाते हैं और वे सीएम के गृह जिले नालंदा के रहने वाले हैं।

अभी हाल में ही जेडीयू में हुए थे शामिल

मनीष वर्मा 9 जुलाई को ही जेडीयू में शामिल हुए थे। पार्टी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री व पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा मंजूरी दिये जाने के बाद वर्मा की पदोन्नति तत्काल प्रभाव से लागू हो गयी। मनीष वर्मा ने 2021 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। 2000 बैच के पूर्व आईएएस अधिकारी वर्मा पार्टी में शामिल होने तक मुख्यमंत्री के अतिरिक्त सलाहकार और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य के रूप में कार्यरत थे। 

संजय झा ने पार्टी में कराया था शामिल

तीन साल पहले वीआरएस लेने वाले वर्ष 2000 बैच के आईएएस अधिकारी रहे मनीष वर्मा का पटना स्थित जदयू मुख्यालय में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी में बड़े धूमधाम से स्वागत किया गया था। पूर्व नौकरशाह का पार्टी में स्वागत करते हुए संजय झा ने कहा, "हमारी पार्टी बिहार से बाहर अपने आधार का विस्तार करने के बारे में गंभीरता से सोच रही है। हमें यकीन है कि वर्मा का समृद्ध प्रशासनिक अनुभव जदयू के लिए बहुत काम आएगा।

आईआईटी दिल्ली के छात्र रहे मनीष वर्मा को आईएएस में शामिल होने पर ओडिशा कैडर सौंपा गया था और वहां 12 साल तक सेवा देने के बाद, उन्होंने पिता के खराब स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपने गृह राज्य में प्रतिनियुक्ति की मांग की थी। 2021 में उनकी प्रतिनियुक्ति अवधि समाप्त हो गई थी लेकिन उन्होंने वीआरएस लेने का फैसला किया। 

(भाषा इनपुट के साथ)