मर्डर केस में जेल में बंद एक युवा कैदी ने जो कर दिखाया है उसे जानकर आप भी हैरान हो जाएंगे। दरअसल, कहा जाता है कि मन में कुछ कर गुजरने की इच्छा हो तो हर मुश्किल को आसानी से पाया जा सकता है। मर्डर मामले में जेल में बंद सूरज कुमार उर्फ कौशलेंद्र ने आईआईटी की ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (JAM-जैम) की परीक्षा में सफलता हासिल की है। आईआईटी रुड़की (IIT Rurkee) द्वारा आयोजित इस परीक्षा में सूरज कुमार ने ऑल इंडिया में 54वीं रैंक हासिल की है। बता दें कि, सूरज की सफलता में जेल प्रशासन का भी बड़ा योगदान है।
जानिए परिजनों ने क्या कहा?
जेल में बंद सूरज कुमार वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के मोसमा गांव का रहने वाला है और तकरीबन 1 साल से हत्या के एक मामले में बतौर आरोपी है। मंडल कारा नवादा में रहते हुए उसने आईआईटी जैम परीक्षा की तैयारी की। परिजनों के मुताबिक, सूरज की इस सफलता में तत्कालीन मंडल काराधीक्षक अभिषेक कुमार पांडेय की महती भूमिका रही है। जानकारी मिलने पर काराधीक्षक ने जेल के भीतर ही उसे परीक्षा के लिए किताबें और नोट्स समेत अन्य मैटेरियल उपलब्ध कराए। जिसके कारण सूरज ने जेल के भीतर तैयारी कर एक कीर्तिमान स्थापित कर दिया। 13 फरवरी को उसने जेल से पेरोल पर जाकर परीक्षा दी थी।
जानिए सूरज कुमार क्यों है जेल में बंद?
बता दें कि, सूरज कुमार हत्या के एक आरोप में अप्रैल 2021 से जेल में बंद है। दरअसल, नवादा जिले के वारिसलीगंज प्रखंड के मोसमा गांव में रास्ता विवाद को लेकर 2 परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई थी। अप्रैल 2021 को हुई मारपीट में संजय यादव बुरी तरह जख्मी हो गए थे और पटना ले जाते समय उनकी मौत हो गई थी। तब मृतक के पिता बासो यादव ने सूरज, उसके पिता अर्जुन यादव समेत 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। 19 अप्रैल 2021 को पुलिस ने सूरज समेत 4 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, तभी से सूरज जेल में बंद है।
पिछले साल भी मिली थी सफलता लेकिन…
खास बात ये है कि सूरज ने पिछले साल भी आईआईटी जैम परीक्षा को पास किया था और उसे ऑल इंडिया में 34वीं रैंक मिली थी, लेकिन ऐन वक्त पर मर्डर की इस घटना में वो फंस गया। जेल जाने के बाद भी सूरज के हौसले कम नहीं हुए और आज उसने जेल में रहते हुए यह कारनामा फिर से कर दिखाया है। अब सूरज आईआईटी रुड़की में एडमिशन लेकर मास्टर डिग्री कोर्स कर सकेगा। जिसने भी सूरज की इस उपलब्धि को जाना हर कोई उसकी तारीफ कर रहा है।