Bihar News: बिहार विधानसभा में संख्याबल के हिसाब से आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है। बिहार आरजेडी अध्यक्ष पद के लिए जल्द चुनाव होने वाला है और इस चुनाव में प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए जगदानंद सिंह ने सोमवार को आरजेडी प्रदेश कार्यालय में नामांकन किया है। उनकी जीत लगभग तय मानी जा रही है। इस दौरान उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव नामांकन कार्यक्रम में पहुंचे, जहां उन्होंने जगदानन्द सिंह को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन करने पर अग्रिम बधाई दी। जगदानंद सिंह अध्यक्ष पद पर नामांकन भरने वाले एकमात्र नेता हैं। ऐसे में सिंह का फिर से प्रदेश अध्यक्ष बनना तय माना जा रहा है। तेजस्वी ने कहा कि जगदानंद सिंह सर्वसम्मति से एकबार फिर प्रदेश आरजेडी के अध्यक्ष बनेंगे। वे पूर्व मंत्री रह चुके हैं और पुराने समाजवादी हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में उनके रहते ही आरजेडी बड़ी पार्टी बनी है।
लालू यादव की पसंद हैं जगदानंद
जगदानंद सिंह आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की पहली पसंद माने जा रहे हैं। सिंह के नामांकन दाखिल किए जाने के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत करते हुए सीबीआई के जमानत रद्द करने को लेकर कहा कि बिहार में नई सरकार बनने से कई लोगों को घबराहट है। हम सभी बेहतर काम कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हमने बराबर कानून का पालन किया है। उन्होंने कहा कि हम सीबीआई का हमेशा सहयोग और मदद करते हैं। उप मुख्यमंत्री तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा कि सीबीआई बारबार छापे मारने आती है, इसलिए हमने अपने घर में दफ्तर खोलने का सुझाव दिया था।
तेज प्रताप से ऐसे रहे हैं रिश्ते
जगदानंद सिंह भले ही तेजस्वी यादव और लालू यादव की पहली पसंद हों, लेकिन तेज प्रताप की पहली पसंद होंगे इस पर कई सवाल हैं। दरअसल, एक साल पहले ही एक युवा नेता को लेकर तेज प्रताप और जगदानंद सिंह में काफी तीखी जुबानी जंग चली थी। तेज प्रताप ने तो जगदानंद सिंह को लेकर यहां तक कह दिया था कि, 'आरजेडी कार्यालय को जंजीर में जकड़कर रखा जाता है। पार्टी में विधायकों को विभाजित किया जा रहा है। जगदानंद सिंह को आरएसएस वाले हैंडिल कर रहे हैं।' जगदानंद सिंह ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहा था कि हू इज तेज प्रताप! मैं सिर्फ लालू प्रसाद यादव को जानता हूं।