देसी शराब कैसे बन जाती है जहरीली, जानिए कैसे मरने लगते हैं लोग?
बिहार में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत थमने का नाम नहीं ले रही है। सारण जिले में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
बिहार के सारण जिले में जहरीली शराब पीने से अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। यह पहली बार नहीं है जब बिहार में जहरीली शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। इस साल कई लोगों की मौत हुई है। आज हम जानेंगे कि जहरीली शराब कैसे बनती है और कैसे लोगों की मौत होती है।
देसी शराब कैसे बनती है?
वैसे तो जहरीली शराब बनाने की कोई प्रक्रिया नहीं होती है, लेकिन देसी शराब या कच्ची शराब बनाते समय कुछ चीजों का अधिक प्रयोग करने से देसी शराब जहरीली शराब बन जाती है। देसी शराब कैसे बनती है और किस वजह से यह जहरीली शराब का रूप ले लेती है, जानकर आप दंग रह जाएंगे। देसी शराब बनाने के लिए मुख्य तौर पर खजूर या गन्ने का रस और महुआ के फूल, चीनी, जौ, मकई, खराब संतरे और सड़े हुए अंगूर, आलू इत्यादि प्रयोग किया जाता है, ये सभी स्टार्च वाले प्रोडक्ट हैं, इन सभी चीजों का इस्ट मिलाकर फर्मेंटेशन किया जाता है।
ऐसे बनती है जहरीली शराब
सरल भाषा में फर्मेंटेशन का मतलब है कि रासायनिक प्रक्रिया से किसी पदार्थ को किसी नए पदार्थ में शक्ल देना। फर्मेंटेशन के बाद इन सभी चीजों को पूरी तरह से सड़ाया जाता है और सड़ाने के लिए ऑक्सीटॉसिन जैसे केमिकल का प्रयोग किया जाता है। इन सभी प्रोसेस के बाद मिट्टी के भीतर गाड़कर भट्टी पर चढ़ाया जाता है, और भट्टी से निकलने वाले भांप से शराब बनाई जाती है। अब यह देसी शराब बन जाती है लेकिन अब जो मैं आपको बताने जा रहा हूं यहीं से देसी शराब जहरीली शराब बन जाती है। देसी शराब को अत्यधिक नशीला बनाने के लिए इसमें मेथनॉल, ऑक्सीटोसिन और यूरिया मिलाया जाता है, जिसके बाद देसी शराब, जहरीली शराब में बदल जाती है।
फिर इंसान की मौत हो जाती है
देसी शराब बनाने की प्रक्रिया के दौरान अत्यधिक यूरिया और ऑक्सीटोसिन से देसी शराब मिथाइल अल्कोहल बन जाता है जो कि इंसानों के लिए जानलेवा साबित होता है। अब आपके मन में सवाल उठ रहा होगा कि ये मिथाइल अल्कोहल क्या होता है? आपको आसान भाषा में बताते हैं। मिथाइल अल्कोहल, मेथिल अल्कोहल और मेथनॉल ये तीनों एक ही नाम हैं। इस केमिकल को अल्कोहल ग्रुप का पहला सदस्य भी माना जाता है। इसे कास्ट स्प्रिट भी कहते हैं। इंसान जब इसका सेवन करता है तो ये केमिकल सीधे शरीर के अंगों पर हमला करता है, जिसके बाद बॉडी की मूवमेंट बंद हो जाती है और इंसान मौत का शिकार बन जाता है