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Hindi News बिहार पटना यूनिवर्सिटी में जम कर हुई बमबाजी, छात्रसंघ चुनाव से पहले शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई

पटना यूनिवर्सिटी में जम कर हुई बमबाजी, छात्रसंघ चुनाव से पहले शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई

डीएसपी, टाउन पुलिस स्टेशन, अशोक कुमार सिंह ने बताया कि यहां चार छात्रावासों के छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई थी। उन्होंने एक-दूसरे पर पथराव किया है। जहां तक बम विस्फोट का सवाल है तो उन्होंने तेज आवाज वाले 'सुतली' पटाखों का इस्तेमाल किया है।

File Photo- India TV Hindi Image Source : PTI File Photo

Highlights

  • पटना यूनिवर्सिटी में जम कर हुई बमबाजी
  • छात्रसंघ चुनाव से पहले शुरू हुई वर्चस्व की लड़ाई
  • बिहार में दो आईपीएस सस्पेंड

पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ के चुनाव से पहले, चार यूनिवर्सिटी छात्रावासों में रहने वाले छात्र मंगलवार को हिंसक झड़प में शामिल हो ग। जिसमें कम से कम छह घायल हो गए। मिंटो, इकबाल, जैक्सन और नदवी हॉस्टल के छात्र वर्चस्व को लेकर आपस में भिड़ गए, एक-दूसरे पर पथराव किया और आधा दर्जन देसी बम भी फेंके। इस बमबाजी में छह छात्र घायल हो गए। घायलों को इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

सुतली बम बजाया

डीएसपी, टाउन पुलिस स्टेशन, अशोक कुमार सिंह ने बताया कि यहां चार छात्रावासों के छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई थी। उन्होंने एक-दूसरे पर पथराव किया है। जहां तक बम विस्फोट का सवाल है तो उन्होंने तेज आवाज वाले 'सुतली' पटाखों का इस्तेमाल किया है। मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, सामान्य स्थिति लाने के लिए परिसर में पर्याप्त बल और एक आरएएफ टीम तैनात की है। पुलिस दल उपद्रव मचाने वालों की पहचान के लिए परिसर के सीसीटीवी फुटेज को स्कैन कर रही है। उनकी पहचान के बाद उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी। पटना यूनिवर्सिटी में झड़प नई नहीं है। अगले कुछ दिनों में छात्रसंघ चुनाव होने हैं। मंगलवार को हुई हिंसक झड़प इसी का नतीजा है।

बिहार में दो आईपीएस सस्पेंड

बिहार में दो आईपीएस अधिकारियो को सस्पेंड कर दिया गया है। गया के एसएसपी रह चुके आदित्य कुमार डीजीपी से जालसाजी के मामले में संलिप्त पाए गए जिसके बाद सरकार ने उन्हें निलंबित कर दिया है। आदित्य कुमार के अलावा पिछले दिनों आय से अधिक संपत्ति के मामले में पूर्णिया के एसपी दयाशंकर के ठिकानों पर छापेमारी हुई थी। इस मामले में अब एसपी दयाशंकर के ऊपर भी गाज गिरी है और सरकार ने उन्हें भी सस्पेंड कर दिया है।

बता दें कि बिहार कैडर के आईपीएस अधिकारी आदित्य कुमार के खिलाफ शराबबंदी से जुड़े मामले में पैरवी के लिए हाई कोर्ट का चीफ जस्टिस बनकर DGP को फोन करने वाले अभिषेक अग्रवाल को EOU यानी आर्थिक अपराध इकाई ने गिरफ्तार किया। उसने फर्जी चीफ जस्टिस बनकर डीजीपी को फोन कर कई बार केस खत्म करने के लिए कहा था। हैरानी की बात तो ये है कि मामले में DGP से क्लीन चिट भी मिल गई थी। लेकिन केस खत्म होने के बाद खुफिया इनपुट से सारा मामला खुल के सामने आ गया।