बिहार के छपरा में जहरीली शराब पीने से हुई मौतों पर जमकर बयानबाजी हो रही है। सरकार और विपक्ष के बीच वार-पलटवार का दौर जारी है। वहीं बीजेपी ने एक बार फिर शराब नीति पर निशाना साधा है। केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा, ''ये बिहार का दुर्भाग्य है। बिहार में जब से शराब नीति चली है तब से कई हजार लोग मर गए। मगर मुख्यमंत्री की संवेदना नहीं जगती और जब सदन में कोई इसको उठाता है तो उससे ऐसा व्यवहार करते हैं जो कोई उम्मीद नहीं करता।''
शराब से मौत दूसरे प्रदेशों में भी हो रही है: मंत्री
वहीं जहरीली शराब से मौत पर मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने अजीब बयान देकर सबको चौंका दिया है। सुनील कुमार ने कहा कि अंग्रेजों के जमाने में भी कानून बनते थे, तब भी कानून टूटता था। अंग्रेजों ने भी कानून बनाया, लेकिन इसके बाद भी रेप और हत्या हो रही है ना। शराबबंदी भी वैसे ही है। शराब बिक रही है तो पुलिस भई कार्रवाई कर रही है। शराब से मौत तो दूसरे प्रदेशों में भी हो रही है।''
सहन करने के लिए ताकत का निर्माण करें: मंत्री
वहीं बिहार के मंत्री एसके महासेठ का भी बेतुका बयान आया है। उन्होंने कहा, ''यदि आप शराब पीना छोड़ दें तो अच्छा है। जहर और शराब नहीं, यहां आ रहा है। यदि हम खेल के माध्यम से ताकत का निर्माण करते हैं, तो हम इसे सहन कर सकते हैं, लेकिन लोगों को वह ताकत बनानी होगी। इसे छोड़ दो! यह प्रतिबंधित है और गलत तरीके से यहां धकेला जा रहा है।''