Ganga Udbhav Yojana: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट 'गंगा उद्भव योजना' का ट्रायल सफल हो गया है। इस ट्रायल तके दौरान गंगा जल नवादा तक पहुंचाया गया। ट्रायल की सफलता के बाद स्थानीय लोग खुशी से झूम उठे। करीब 3000 करोड़ की इस योजना पर 3 साल से काम चल रहा है।
गंगा उद्भव योजना का ट्रायल सफल
गया और नालंदा जिले के जलसंकट के समाधान के लिए गंगा उद्भव परियोजना पर काम चल रहा है। इसके तहत 190 किलोमीटर पाइपलाइन के जरिये गंगा नदी का पानी मोकामा के हाथीदह से नवादा तक पहुंचाने का ट्रायल सफल रहा। इस योजना के पूरे होने के बाद गंगा जल को गया तक लाया जाएगा।
शनिवार को नवादा जिले के नारदीगंज प्रखंड स्थित मोतनाजे गांव में निर्माणाधीन गंगाजल उद्वह परियोजना का ट्रायल कराया गया। ट्रायल पूरी तरह सफल रहा और पाइपलाइन के जरिए पटना जिले के हाथीदह से गंगा का पानी नालंदा होते हुए नवादा के मोतनाजे पहुंचा। ट्रायल सफल होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।
जुलाई तक होगी परियोजना चालू
इस परियोजना से आम लोगों को शुद्ध जल मुहैया कराया जाएगा। नवादा की डीएम उदिता सिंह ने मोतनाजे पहुंच कर परियोजना के कार्यों के साथ साथ क्लोरिन हाउस, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट आदि का निरीक्षण किया और उपस्थित अधिकारियों से कार्यान्वित होने वाले योजनाओं के संबंध में फीडबैक प्राप्त किया। ऐसा अनुमान जताया जा रहा है कि जुलाई महीने में परियोजना को चालू कर दिया जाएगा।
परियोजना के तहत फिल्टर हाउस, यूटीलिटी बिल्डिंग, कैरली फ्लोकूलेटर, केमिकल हाउस, फ्लोरिन हाउस, स्लैग बेल, वाश वाटर टैंक आदि का निर्माण कार्य पूर्ण हो गया है। इस योजना से नवादा जिले को भी जल की आपूर्ति की जाएगी। ट्रायल के दौरान गंगा जल देख ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई।
किन जिलों को होगा फायदा
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जल जीवन हरियाली अभियान के तहत यह योजना गया, बोधगया और राजगीर जैसे शहरों को पेयजल मुहैया करायेगी। इस स्कीम के पहले चरण का बजट 2836 करोड़ रुपए का है और इससे गया को 43 एमसीएम (मिलियन क्यूबिक मीटर) और राजगीर को 7 एमसीएम पानी मुहैया कराया जाएगा। दिसंबर 2019 में कैबिनेट ने इस योजना की मंजूरी दी थी।