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Hindi News बिहार पटना के गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने वाले कई कोचिंग संचालकों, टीचर और स्टूडेंट्स पर FIR, जानें सभी के नाम

पटना के गर्दनीबाग में प्रदर्शन करने वाले कई कोचिंग संचालकों, टीचर और स्टूडेंट्स पर FIR, जानें सभी के नाम

पटना में BPSC छात्रों की मांगों को लेकर प्रदर्शन करने वाले कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ शिकंजा कस गया है। पुलिस ने कई शिक्षकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।

गर्दनीबाग में प्रदर्शन करते BPSC छात्र। - India TV Hindi Image Source : FILE-PTI गर्दनीबाग में प्रदर्शन करते BPSC छात्र।

पटनाः पटना के गर्दनीबाग में BPSC छात्रों के मामले के लेकर प्रदर्शन कर रहे कई कोचिंग संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। गुरु रहमान समेत 9 कोचिंग शिक्षकों और एक छात्र नेता पर मुकदमा दर्ज किया गया है। जानकारी के अनुसार, यह एफआईआर 23 दिसंबर को ही दर्ज हुई थी लेकिन कुछ शिक्षकों को इसकी जानकारी आज हुई।

इससे पहले 28 दिसंबर को इन कोचिंग शिक्षकों को नोटिस भी दिया गया था। शिक्षकों पर बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन करने, सोशल मीडिया के जरिये अफवाह फैलाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया गया है। 

इनके खिलाफ दर्ज हुआ केस

  1. शिक्षक रोहित कुमार 
  2. ज्ञान बिंदु जीएस क्लासेस के रोशन आनंद
  3. परफेक्शन जीएस के रोशन प्रिया 
  4. रमांशु क्लासेस के रमांशु कुमार 
  5. टीचर मोहम्मद रहमान 
  6. परफेक्शन जीएस के चंदन प्रिय 
  7. सुनामी जीएस के सुजीत कुमार 
  8. कौटिल्य GS के प्रदीप और प्रवीण कुमार 
  9. छात्र नेता दिलीप कुमार 
  10. सोशल मीडिया ट्विटर हैंडल बीपीएससी नेटवर्क 
  11. करीब 1000 अज्ञात छात्र
  12. चंद्रमणि क्लासेज के शिक्षक चंद्रमणि

एफआईआर की कॉपी यहां देखें

एफआईआर

कई दिनों से चल रहा धरना प्रदर्शन

बता दें कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन गर्दनीबाग में चल रहा है। छात्रों की मांग है कि परीक्षा को रद्द कर दोबारा से कराई जाए। छात्रों की मांग के समर्थन में सांसद पप्पू यादव ने कुछ प्रदर्शनकारी छात्रों को लेकर राज्यपाल से भी मुलाकात कर चुके हैं। वहीं, जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर अनशन पर बैठ गए हैं। 

छात्रों की मांगों को लेकर अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने शुक्रवार को कहा कि यहां ADM आए थे जिन्होंने मुझे कहा कि आंदोलन को वापस ले लीजिए। लेकिन मैंने उन्हें बता दिया कि ये मेरे लिए संभव नहीं है। इतने सारे साथियों ने मेरे पर विश्वास किया है, उससे हम पीछे नहीं हट सकते। 29 दिसंबर को प्रशासन ने छात्रों पर लाठी चलाई। अब किसी भी हालत में मैं प्रशासन के कहने से आंदोलन वापस नहीं लूंगा। बच्चों से मुख्यमंत्री सीधे मुलाकात करें। मुख्यमंत्री 5 छात्र चुन सकते हैं। मुख्यमंत्री का अहंकार इतना है कि वे कह रहे हैं हम नहीं मिलेंगे। हम लोगों की भी ज़िद है कि उन्हें मिलना ही पड़ेगा।