A
Hindi News बिहार वेश बदलकर एक्शन लेने वाले चर्चित IPS शिवदीप लांडे ने दिया इस्तीफा, IG के पद पर थे तैनात

वेश बदलकर एक्शन लेने वाले चर्चित IPS शिवदीप लांडे ने दिया इस्तीफा, IG के पद पर थे तैनात

बिहार के चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। इसकी जानकारी उन्होंने खुद ही दी है। अब वह क्या करेंगे इसका खुलासा तो नहीं किया है लेकिन संकेत दिया है कि वह बिहार के जनता की सेवा करते रहेंगे।

पुलिस अधिकारी शिवदीप लांडे - India TV Hindi Image Source : FACEBOOK.COM/SHIVDEEPLANDEOF पुलिस अधिकारी शिवदीप लांडे

पटनाः बिहार में रिश्वतखोर पुलिसकर्मियों को वेश बदलकर गिरफ्तार करने वाले चर्चित आईपीएस अधिकारी शिवदीप लांडे ने भारतीय पुलिस सेवा से इस्तीफा दे दिया है। वह अभी पूर्णिया में आजी के पद पर तैनात थे। शिवदीप अपराध के खिलाफ अपने सख्त एक्शन के लिए जाने जाते हैं। अब शिवदीप लांडे ने अपनी सेवा समाप्त करने का एलान कर दिया है। वह साल 2006 बैच के पुलिस अधिकारी हैं।

सोशल मीडिया पर लिखा भावुक पत्र

शिवदीप लांडे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म  फेसबुक पर लिखा है कि " मेरे प्रिय बिहार, पिछले 18 वर्षो से सरकारी पद पर अपनी सेवा प्रदान करने के बाद आज मैंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। इन सभी वर्षो में मैंने बिहार को ख़ुद से और अपने परिवार से भी ऊपर माना है। अगर मेरे बतौर सरकारी सेवक के कार्यकाल में कोई त्रुटि हुई हो तो मैं उसके लिए क्षमा प्रार्थी हूं। मैंने आज भारतीय पुलिस सर्विस (IPS) से त्यागपत्र दिया है परन्तु मैं बिहार में ही रहूंगा और आगे भी बिहार मेरी कर्मभूमि रहेगी।  

खुफिया ऑपरेशन के लिए थे चर्चित

शिवदीप लांडे को उनके खुफिया ऑपरेशन के लिए जाना जाता है। एक बार उन्होंने रिश्वत लेने वाले इंस्पेक्टर (थाना प्रभारी) को वेश बदलकर रंगे हाथ किया था। जानकारी के अनुसार, लांडे ने पटना के डाक बंगला चौराहे पर घूस मांग रहे एक इंस्पेक्टर को फिल्मी अंदाज में दबोचा था। वह टी-शर्ट पहने हुए थे और सर पर गमछा लपेट कर उस समय  इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया था जब थाना प्रभारी खुद रिश्वत का पैसा लेने आया। शिवदीप लांडे का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।

इस वजह से भी आए थे सुर्खियों में

महाराष्ट्र के रहने वाले लांडे तब सुर्खियों में आए जब वह रोहतास के एसपी के पद पर तैनात थे। उन्होंने जिले में चल रही अवैध पत्थर क्रशर इकाइयों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू की थी। उन्होंने कुछ राजनीतिक दिग्गजों के स्वामित्व वाली स्टोन क्रशर इकाइयों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई शुरू की। हालाँकि, उन्हें पटना के सिटी एसपी के रूप में कार्य करते हुए अधिक लोकप्रियता मिली। मनचलों के खिलाफ उनकी कार्रवाई से लड़कियों में आत्मविश्वास पैदा हुआ, जो स्कूल और कॉलेज जाते समय उन्हें अपनी आपबीती के बारे में संदेश भेजती थीं।