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Hindi News बिहार दिल्ली-NCR, यूपी और बिहार में कांपी धरती, पटना में भूकंप के झटकों की वजह से घरों के बाहर निकले लोग, नेपाल में था केंद्र

दिल्ली-NCR, यूपी और बिहार में कांपी धरती, पटना में भूकंप के झटकों की वजह से घरों के बाहर निकले लोग, नेपाल में था केंद्र

दिल्ली-NCR, यूपी और बिहार में भूकंप की वजह से धरती कांपी है। पटना में भूकंप के झटके महसूस हुए हैं। ये झटके सुबह 6.38 बजे महसूस किए गए हैं। इसका केंद्र नेपाल में है।

Earthquake- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIVE PIC भूकंप

पटना: दिल्ली-एनसीआर, यूपी और बिहार में आज सुबह के वक्त भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पटना में भूकंप के झटके सुबह 6.38 बजे महसूस किए गए हैं। इसके अलावा सहरसा, सीतामढ़ी, मधुबनी और आरा समेत तमाम जगहों पर भी भूकंप के झटके महसूस हुए। ये झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों के बाहर निकल आए।

पश्चिम बंगाल में भी महसूस हुए झटके

आज सुबह करीब 6:35 बजे पश्चिम बंगाल के विभिन्न हिस्सों में भी भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए।  दक्षिण बंगाल की तुलना में उत्तर बंगाल में भी ये झटके महसूस हुए।

नेपाल में था केंद्र, रिक्टर स्केल पर इतनी तीव्रता 

भूकंप का केंद्र नेपाल में था और जमीन के 10 किलोमीटर अंदर था। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.1 मापी गई है। 7 की तीव्रता से ज्यादा भूकंप आने पर इमारत का बेस भी दरक सकता है और इमारतें भी गिर सकती हैं। हालांकि खबर लिखे जाने तक किसी तरह की अनहोनी की बात सामने नहीं आई है। लेकिन 7 की तीव्रता से ज्यादा का भूकंप आने पर लोग डरे हुए नजर आ रहे हैं। 

क्यों आते हैं भूकंप?

भारत समेत पूरी दुनिया में भूकंप की घटनाएं हाल के दिनों में काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, हमारी धरती के भीतर 7 टेक्टोनिक प्लेट्स हैं। ये प्लेट्स लगातार अपने स्थान पर घूमती रहती हैं। हालांकि, कभी-कभी इनमें टकराव या घर्षण भी होता है। इसी कारण धरती पर भूकंप की घटनाएं देखने को मिलती हैं। 

रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता का अंदाजा कैसे लगा सकते हैं?

  • 0 से 1.9 सीज्मोग्राफ से मिलती है जानकारी

  • 2 से 2.9 बहुत कम कंपन पता चलता है

  • 3 से 3.9 ऐसा लगेगा कि कोई भारी वाहन पास से गुजर गया

  • 4 से 4.9 घर में रखा सामान अपनी जगह से नीचे गिर सकता है 

  • 5 से 5.9 भारी सामान और फर्नीचर भी हिल सकता है

  • 6 से 6.9 इमारत का बेस दरक सकता है 

  • 7 से 7.9 इमारतें गिर जाती हैं 

  • 8 से 8.9 सुनामी का खतरा, ज्यादा तबाही

  • 9 या ज्यादा सबसे भीषण तबाही, धरती का कंपन साफ महसूस होगा