बिहार की राजनीति में नीतीश की JDU और लालू प्रसाद यादव की RJD के गठबंधन में होने के बावजूद भी दोनों दलों में समय-समय पर तीखी बयानबाजी देखने को मिलती है। हर कुछ समय पर दोनों दलों के गठबंधन के बीच तनाव की खबरें आती रहती हैं। अब नीतीश और लालू की पार्टी राज्य में कार्यों के क्रेडिट को लेकर भी आमने-सामने आ गई है। सीएम नीतीश के क्रेडिट न लेने के बयान पर RJD ने कड़ा पलटवार किया है।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, बिहार में इस वक्त शिक्षक बहाली को लेकर राजद और जदयू के बीच क्रेडिट वॉर चल रहा है। राजद के नेता बार-बार इस नियुक्ति का श्रेय उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को दे रहे हैं। हालांकि, इस मुद्दे पर राज्य के सीएम नीतीश कुमार ने राजद नेताओं को नसीहत दे दी थी। उन्होंने कहा था कि सभी पार्टी अपनी ओर से छपवा रही है कि हमने ये काम किया है। हम तो राज्य सरकार को क्रेडिट देते हैं। नीतीश ने कहा कि मीडिया में उन्हें छोड़कर बाकी सभी को जगह मिल रही है। अब इसी मुद्दे पर राजद नेता शक्ति यादव ने सीएम नीतीश कुमार को जवाब दिया है।
सोशल मीडिया पर पार्टी तो जवाब देगी ही
सीएम नीतीश कुमार को जवाब देते हुए राजद नेता शक्ति यादव ने कहा है कि सोशल मीडिया पर कोई पूछेगा कि 10 लाख नौकारियों का क्या हुआ, तो हम तो जवाब देंगे ही कि हमने इतनी नौकरी दी। राजद नेता ने कहा कि साल 2020 में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 10 लाख नौकरी देने का प्रण किया था। क्रेडिट तो सरकार को ही जाता है, लेकिन सोशल मीडिया पर पार्टी तो जवाब देगी ही। यहां देखें वीडियो
सुशील मोदी ने साधा निशाना
बिहार सरकार गुरुवार को BPSC द्वारा चयनित एक लाख से अधिक युवाओं को सरकारी शिक्षक का नियुक्ति पत्र सौंपने जा रही है। दूसरी ओर राज्य के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने आरोप लगाया है कि जिन अभ्यर्थियों ने नौकरी स्वीकार की, उनमें मुश्किल से 30 हजार ही बिहारी युवा हैं। अन्य राज्यों के लगभग 40 हजार युवा बिहार में शिक्षक बनेंगे। वहीं, 37,500 वे नियोजित शिक्षक हैं जो पहले से सरकारी सेवा में हैं , उन्हें अब दोबारा नियुक्ति पत्र दिया जायेगा। सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि गड़बड़ियों पर पर्दा डालने के लिए गांधी मैदान में मेगा इवेंट आयोजित किया जा रहा है।
ये भी पढ़ें- बिहार सरकार का नया फरमान, नवनियुक्त शिक्षकों को नहीं मिलेगी दिवाली और छठ की छुट्टी
ये भी पढ़ें- बिहार में शिक्षक नियुक्ति पर सियासत, भाजपा ने कहा, मात्र 30 हजार बिहारी युवाओं को नौकरी, जदयू का पलटवार