देश में एक बार फिर कोविड 19 के मामले बढ़ रहे हैं। इस बीच वैक्सीन की जरूरत सभी राज्यों को है। लेकिन बिहार में वैक्सीन का स्टॉक अब पूरी तरह खत्म हो गया है। नवभारत टाइम्स में प्रकाशित एक खबर में टाइम्स ऑफ इंडिया के सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि बिहार में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान पूरी तरह बंद हो गया है क्योंकि राज्य में कोवैक्सीन का अंतिम खुराक भी खत्म हो चुका है। शुक्रवार के दिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि राज्य सरकार द्वारा केंद्र सरकार से कोविड 19 के टीके की शिशियां उपलब्ध कराने की मांग की गई है ताकि टीकाकरण जारी रहे।
केंद्र सरकार से आग्रह
कोविन पोर्टल पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक बिहार के बिहार के 38 जिलों में किसी भी कोविड 19 के वैक्सीन सेंटर पर कोविड वैक्सीन की एक भी खुराक नहीं दी गई है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि मार्च महीने के अंतिम तक कोविड 19 वैक्सीन लोगों की दी गई। लेकिन अब वैक्सीन का स्टॉक राज्य में खत्म हो गया है। इस बाबत केंद्र सरकार को पत्र लिखकर केंद्र सरकार से बिहार को कॉर्बेवैक्स वैक्सीन उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है। क्योंकि यह वैक्सीन बूस्टर डोज के रूप में किसी को भी दिया जा सकता है।
वैक्सीन सेंटर बंद
स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने बताया कि कोविड का बूस्टर डोज लेने से राज्य के ज्यादातर लोग हिचक रहे थे क्योंकि देश में कोविड 19 के मामलों में गिरावट देखी गई थी। टीकाकरण के प्रति लोगों के ऐसे बर्ताव के कारण राज्य में 24X7 टीकाकरण स्थलों को बंद कर दिया गया। क्योंकि इन कोविड वैक्सीन सेंटर में प्रतिदिन 100 से भी कम लोग बूस्टर डोज के लिए आ रहे थे। गौरतलब है कि देश में एक बार फिर कोविड 19 के मामले में बढ़ने लगे हैं। हालांकि रिकवरी रेट कहीं ज्यादा है और दैनिक संक्रमण दर काफी कम है।