बिहार में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1000 के पार, प्रवासी मजदूरों की आमद से राज्य में बिगडे़ हालात
कोरोना वायरस के मामले में नियंत्रित गति से बढ़ रहे बिहार में मई के पहले और दूसरे हफ्ते में कोरोना का विस्फोट हो गया है।
कोरोना वायरस के मामले में नियंत्रित गति से बढ़ रहे बिहार में मई के पहले और दूसरे हफ्ते में कोरोना का विस्फोट हो गया है। बिहार में कोरोना के मामले बढ़कर 1000 को पार कर गए हैं। पिछले 24 घंटों में राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 6 और लोगों का इजाफा हुआ है। जिसके बाद राज्य में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 1005 पांच पहुंच गई है। 24 घंटों में सामने आए मामलों में सबसे अधिक संख्या खगड़िया की है। यहां पर 5 नए कोरोना पॉजिटिव सामने आए हैं। वहीं सीवान जिले से 1 नया कोरोना पॉजिटिव सामने आया है।
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अबतक कुल सात मरीजों (पटना में दो तथा मुंगेर, रोहतास, पूर्वी चंपारण, वैशाली एवं सीतामढी जिले में एक—एक मरीज) की मौत हो चुकी है। बिहार के सभी 38 जिले अब कोरोना वायरस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले अब तक सबसे अधिक मुंगेर में 122, पटना में 89, रोहतास में 77, नालंदा में 66, बक्सर में 59, बेगूसराय में 47, सिवान में 39, कैमूर में 33, भागलपुर में 32, मधुबनी में 31, खगड़िया में 41, भोजपुर में 29, पश्चिम चंपारण में 27, जहानाबाद में 26, नवादा में 25, गोपालगंज में 24, दरभंगा एवं मुजफ्फरपुर में 18—18 मामले सामने आए हैं।
वहीं औरंगाबाद में 16, पूर्वी चंपारण में 15, पूर्णिया में 13, कटिहार, अरवल, शेखपुरा और लखीसराय में 12—12 मामले सामने आए हैं। वहीं, बांका में 14, समस्तीपुर एवं 11, सहरसा, सारण, सुपौल एवं किशनगंज में 10-10, मधेपुरा में 09, गया में 08, सीतामढ़ी 07, वैशाली में 06, अररिया में 04, शिवहर में 03 तथा जमुई में एक मामले सामने आया है।
बिहार पहुंचे प्रवासी श्रमिकों ने बढ़ाई मुश्किलें
कोरोना संकट के चलते देश भर में लागू लॉकडाउन लागू है। जिसके चलते देश भर के प्रवासी मजदूर अपने राज्यों की ओर लौट रहे हैं। लेकिन इन वापस आते मजदूरों ने बिहार की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। बिहार लौट रहे मजदूर अपने साथ कोरोना भी ला रहे हैं। राज्य सरकार के आंकड़ों के अनुसार बसों और ट्रेनों से बिहार पहुंचे मजदूरों का कोरोना टेस्ट करवाया गया है। जिसमें से 416 मजदूर कोरोना से पॉजिटिव पाए गए हैं। लेकिन राज्य सरकार के लिए चिंता की बात दिल्ली से आ रहे मजदूरों को लेकर है। राज्य में अब तक कोरोना पॉजिटिव पाए गए मजदूरों में सबसे अधिक संख्या दिल्ली की है। दिल्ली के मजदूरों की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत से भी ज्यादा है। राज्य सरकार के अनुसार लॉक डाउन के दौरान अभी तक कुल 416 माइग्रेंट पॉजिटिव मिले हैं जिनमें 4 मई से 15 मई के बीच अभी तक 358 प्रवासी पोजिटिव मिले हैं। 358 में दिल्ली के 115, गुजरात के 97, महाराष्ट्र के 70, पश्चिम बंगाल के 22, हरियाणा के 17, यूपी के 14 प्रवासी हैं।