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Hindi News बिहार बिहार में कोरोना विस्फोट, सीएम नीतीश के जनता दरबार में शामिल होने वाले 6 लोग COVID-19 पॉजिटिव

बिहार में कोरोना विस्फोट, सीएम नीतीश के जनता दरबार में शामिल होने वाले 6 लोग COVID-19 पॉजिटिव

बिहार में पिछले दिनों कोरोना के 352 नए मामले सामने आए थे। इसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 74 तक पहुंच गई थी। पटना में सबसे ज्यादा 142 मामले और दूसरे नंबर पर गया जिले से 110 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे।

<p>जनता दरबार</p>- India TV Hindi Image Source : PTI जनता दरबार

Highlights

  • राजधानी पटना में विद्यालयों को हफ्ते भर के लिए बंद किया गया
  • एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 74 से अधिक

नयी दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 'जनता दरबार' में शामिल होने वाले 6 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज के 87 डॉक्टर कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं। गौरतलब है कि बिहार में भी लगातार अब कोरोना के नए मामले दर्ज किये जा रहे हैं। इससे पहले पिछले दिनों 20 डॉक्टर राजधानी पटना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

राज्य के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 87 डॉक्टर पटना में कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। सभी मरीज बिना लक्षण या कम लक्षण वाले हैं। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह के मुताबिक, कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आने के तुरंत बाद सभी मरीजों को अस्पताल कैंपस में आइसोलेट कर दिया गया है। संक्रमित पाए गए सभी मरीजों में कम या कोई लक्षण नहीं था।'

देशभर में कोरोना की रफ्तार बेकाबू होती जा रही है। बिहार में पिछले दिनों कोरोना के 352 नए मामले सामने आए थे। इसके बाद राज्य में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1 हजार 74 तक पहुंच गई थी। पटना में सबसे ज्यादा 142 मामले और दूसरे नंबर पर गया जिले से 110 कोरोना पॉजिटिव सामने आए थे। इसके अलावा एम्स पटना के दो डॉक्टरों भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। अधिकारियों ने इनके सैंपल लेकर जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए दिल्ली भेज दिया था। इस बीच बिहार स्वास्थ्य विभाग ने पटना में आइसोलेशन सेंटर बनाए थे।

शीतलहर के प्रकोप और कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के कारण बिहार की राजधानी पटना में विद्यालयों को हफ्ते भर के लिए बंद रखने का आदेश रविवार को जारी किया गया था। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने 15 वर्ष और इससे अधिक उम्र के किशोरों के लिए टीकाकरण अभियान शुरू होने से एक दिन पहले यह आदेश जारी किया था। आदेश के दायरे से नौवीं और इससे उपर की कक्षाओं को बाहर रखा गया था। 

 

इनपुट- एएनआई