Bihar News: हिंदू देवी-देवताओं को लेकर बीजेपी विधायक के एक बयान पर बवाल मचा हुआ है। दरअसल, बिहार में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक ने देवी लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान हनुमान पर कथित तौर पर एक विवादित टिप्पणी की है। अब पार्टी को विधायक के बयान पर फजीहत झेलनी पड़ रही है। विधायक ने कथित तौर पर कहा कि जो समुदाय लक्ष्मी, सरस्वती और भगवान हनुमान की पूजा नहीं करते, वे भी धन-संपदा और शिक्षा से संपन्न हैं।
अपनी मां का श्राद्ध नहीं करने की घोषणा
भागलपुर जिले की पीरपैंती विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले ललन पासवान के अपनी मां, जिनका पिछले हफ्ते निधन हो गया था, की याद में श्राद्ध कार्यक्रम आयोजित न करने की घोषणा की। सोशल मीडिया पर वायरल एक कथित वीडियो क्लिप में विधायक को कथित तौर पर तार्किकता और वैज्ञानिक पहलू का हवाला देते हुए मृत्युभोज की प्रथा पर सवाल उठाते हुए देखा जा सकता है। हालांकि हम इस वीडियो की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करते हैं।
विधायक ने क्या बयान में क्या कहा
वीडियो में विधायक को कथित रूप से यह कहते हुए सुना जा सकता है कि, ‘‘मुसलमानों और ईसाइयों द्वारा सरस्वती और लक्ष्मी की पूजा नहीं की जाती है, लेकिन इसने इन समुदायों को धन और शिक्षा से वंचित नहीं किया है। बजरंग बली को अमेरिका में नहीं पूजा जाता, लेकिन यह देश एक महाशक्ति है। यह सब सिर्फ विश्वास की बात है।’’ उनकी कथित टिप्पणियों पर भागलपुर शहर में कुछ हिंदुओं ने विधायक का पुतला फूंका। भाजपा नेता इस प्रकरण पर टिप्पणी करने से हिचक रहे हैं। इस बीच बीजेपी विधायक पासवान ने दावा किया कि वीडियो क्लिप को संपादित किया गया है। उन्होंने भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की प्रशंसा करते हुए कहा कि इन्होंने अछूत समझी जाने वाली जाति में पैदा हुए उनके जैसे व्यक्ति को खड़े होने का अवसर दिया।
बयान पर RJD ने ली चुटकी
हालांकि प्रदेश की सत्ताधारी सबसे बड़ी पार्टी RJD के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने चुटकी लेते हुए कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि विधायक को देवी-देवताओं की पूजा करने वालों के वोटों की जरूरत नहीं है।’’ उन्होंने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि भाजपा ने इस तरह के बयानों को ‘जय श्री राम’ के नारे के साथ कैसे समेटा। बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजीत शर्मा, जो भागलपुर से दूसरी बार विधायक हैं, ने कहा, ‘‘मैं एक गौरवान्वित हिंदू हूं जो सभी देवी-देवताओं की पूजा करता है। पासवान अपनी मान्यताओं के हकदार हैं, लेकिन उन्हें उस पर सार्वजनिक बयान देने से बचना चाहिए था।’’
कई बार सुर्खियों में रह चुके हैं ललन पासवान
पहली बार विधायक बने पासवान अपने दो साल से कम कार्यकाल में अक्सर गलत कारणों से चर्चा में रहे। साल 2020 के विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद वह एक ऑडियो क्लिप लीक करके सुर्खियों में आए जिसमें राजद प्रमुख लालू प्रसाद, जो उस समय न्यायिक हिरासत में थे, उन्हें फोन पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान से दूर रहने के लिए कहते हुए सुना जा सकता था। पिछले साल एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें पासवान को सड़क किनारे एक स्टॉल पर भूजा बेचते हुए दिखाया गया था। इस साल की शुरुआत में एक और वीडियो वायरल हुआ जिसमें विधायक को महिला नर्तकियों के समूह के साथ नृत्य करते हुए देखा जा सकता है।