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Hindi News बिहार बिहार की कोर्ट में शी जिनपिंग के खिलाफ मुकदमा दायर, PM मोदी और ट्रंप बनाए गए गवाह

बिहार की कोर्ट में शी जिनपिंग के खिलाफ मुकदमा दायर, PM मोदी और ट्रंप बनाए गए गवाह

अधिवक्ता मुराद अली द्वारा दर्ज परिवाद पत्र में आरोप लगाया गया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व WHO के महानिदेशक ने चीन के वुहान शहर से पूरे विश्व से लेकर बेतिया जिले में कोरोना फैलाया।

Bihar Xi Jinping, Xi Jinping, Narendra Modi witness, Trump witness, Bihar Case Xi Jinping- India TV Hindi Image Source : AP FILE बिहार के एक वकील ने शी जिनपिंग और WHO के डायरेक्टर जनरल गैब्रेसस के खिलाफ कोरोना फैलाने के आरोप में परिवाद पत्र दाखिल किया गया है।

पटना: चीन में पैदा हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है, और इसके चलते लाखों लोगों की जान जा चुकी है। दुनिया के तमाम देश इसके लिए चीन को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। वहीं, बिहार में कोरोना वायरस फैलाने के आरोप में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक,  बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले की एक अदालत में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और WHO के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एथानम गैब्रेसस के खिलाफ कोरोना फैलाने के आरोप में परिवाद पत्र दाखिल किया गया है।

PM मोदी और ट्रंप को बनाया गवाह
बेतिया व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में अधिवक्ता मुराद अली द्वारा दर्ज परिवाद पत्र में आरोप लगाया गया है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग व WHO के महानिदेशक ने चीन के वुहान शहर से पूरे विश्व से लेकर बेतिया जिले में कोरोना फैलाया। मामले की सुनवाई के लिए अदालत ने 16 जून की तारीख मुकर्रर की है। दायर परिवाद में अधिवक्ता ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप व भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को गवाह बनाया गया र्है।

कई धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग
अधिवक्ता ने शी पर दिसंबर 2019 में चीन के वुहान शहर से पूरे विश्व में कोरोना फैलाने व WHO के DG पर इसके संक्रमण के फैलाव की बात छिपाने का आरोप लगाया है। अधिवक्ता ने आरोप लगाया है कि शी व गैब्रेसस ने साजिश रचकर पूरे विश्व में कोरोना वायरस को फैलाया है। जिसके कारण लाखों लोगों की जान जा चुकी है। अधिवक्ता ने IPC की धारा 269, 270 ,271, 302, 307, 500, 504 और 120b के तहत कार्रवाई करने का अनुरोध किया है। अधिवक्ता मुराद अली ने आरोप लगाने का स्रोत सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया और विभिन्न इलेक्ट्रनिक मीडिया से प्राप्त जानकारी को बताया है। (IANS)