पटना: बिहार की सियासत से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। विधानसभा में नीतीश कुमार ने विश्वास मत हासिल कर लिया है। डिप्टी स्पीकर को जोड़कर 130 वोट विश्वास मत के पक्ष में पड़े हैं। वहीं विश्वास मत पर वोटिंग से विपक्ष ने वॉकआउट कर लिया।
तेजस्वी ने नीतीश पर बोला बड़ा हमला
सियासी उठापटक के बीच तेजस्वी ने नीतीश पर जमकर हमला बोला। तेजस्वी ने कहा एक ही टर्न में तीन बार यू टर्न लेना, ऐसा तो कहीं देखा ही नहीं। नीतीश कुमार ने तो नौ बार सीएम की शपथ लेकर इतिहास रच दिया। नीतीश कुमार की भी राजा दशरथ की तरह कोई ना कोई मजबूरियां रही होंगी।
तेजस्वी ने कहा कि नीतीश आदरणीय हैं और रहेंगे। बिहार के युवाओं को हमने नौकरी बांटी, जो भी असंभव था उसे संभव किया। हमने 2 लाख लोगों को रोजगार दिया। सब जानना चाहते हैं कि नीताश ने पाला क्यों बदला। दशरथ ने नहीं कैकयी ने राम को वनवास भेजा था, नीतीश कुमार समझाएं कि कैकयी कौन है। नीतीश जी एक बार बता देते कि अलग होना है।
जेडीयू और आरजेडी के बीच हो रहा था 'खेला'
महागठबंधन का साथ छोड़कर नीतीश कुमार ने एनडीए का दामन थाम लिया था और 13 फरवरी को उन्हें सदन में अपना बहुमत साबित करना था। इससे पहले बिहार में सियासी हलचल तेज थी। कांग्रेस ने जहां अपने विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था तो वहीं राजत के विधायक तेजस्वी यादव के आवास पर ठहरे हुए थे। फ्लोर टेस्ट से पहले विधायकों के इधर-उधर चले जाने की कयासबाजी चलती रही। राजद के तीन विधायकों ने नीतीश के पक्ष में वोट डाला और नीतीश ने बहुमत साबित कर लिया है। अब राजद विपक्ष में बैठेगा और एनडीए के साथ मिलकर नीतीश सरकार चलाएंगे।
इससे पहले तेजस्वी ने कहा था कि अभी तो खेल शुरू हुआ है इसे खत्म हम करेंगे, लेकिन आज खेल जदयू ने खत्म किया है।