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Hindi News बिहार ‘ओपन लेटर’ में चिराग ने नीतीश पर साधा निशाना, कहा- LJP हमारी थी और हमारी रहेगी

‘ओपन लेटर’ में चिराग ने नीतीश पर साधा निशाना, कहा- LJP हमारी थी और हमारी रहेगी

लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में 2 फाड़ होने के बाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को ‘ओपन लेटर’ लिखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है।

Chirag Paswan, Chirag Paswan Nitish Kumar, Chirag Paswan LJP, Chirag Paswan Open Letter- India TV Hindi Image Source : PTI LJP नेता चिराग पासवान ने मंगलवार को ‘ओपन लेटर’ लिखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है।

पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में 2 फाड़ होने के बाद पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने मंगलवार को ‘ओपन लेटर’ लिखकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने अपने पत्र में कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान ने कभी भी नीतीश कुमार से समझौता नहीं किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश ने रामविलास पासवान को अपमानित करने और राजनीतिक तौर पर समाप्त करने के लिए कोई मौका नहीं छोड़ा। LJP के संस्थापक रामविलास पासवान के पुत्र चिराग ने लिखे अपने भावुक पत्र में कहा कि JDU ने हमेशा से LJP को तोड़ने का काम किया है।

‘नीतीश ने रामविलास पासवान की राजनीतिक हत्या की कोशिश की’
चिराग ने पत्र में लिखा, ‘साल 2005 फरवरी के चुनाव में हमारे 29 विधायकों को तोड़ा गया और साथ ही हमारे बिहार के प्रदेश अध्यक्ष को भी तोड़ने का काम किया गया। साल 2005 में नवंबर में हुए चुनाव में सभी हमारे जीते हुए एक विधायक को भी तोड़ने का काम JDU ने ही किया। 2020 में जीते हुए एक विधायक को भी तोड़ने का काम जदयू द्वारा ही किया गया। अब LJP के 5 सांसदों को तोड़ JDU ने अपनी 'बांटो और शासन करो' की रणनीति को दोहराया है।' उन्होंने पत्र में आगे कहा कि रामविलास पासवान के जीवन में कई बार नीतीश द्वारा उनकी राजनीतिक हत्या का प्रयास किया गया। दलित और महादलित में बंटवारा करवाना उसी का एक उदाहरण है।

‘मुझे और मेरे पिता को अपमानित करने का कोई मौका नहीं छोडा’
चिराग ने पत्र में लिखा, 'हमारे नेता रामविलास पासवान जी ने और मैंने दलित और महादलित समुदाय में कभी कोई अंतर नहीं समझा। सबको एकजुट कर अनुसूचित जाति के लोगों के लिए संघर्ष किया लेकिन नीतीश कुमार जी ने मुझे और मेरे पिता को अपमानित करने का और राजनीतिक तौर पर समाप्त करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। इतना कुछ होने पर भी हमारे नेता रामविलास पासवान जी नहीं झुके।' उन्होंने अपने पत्र में कहा कि नेता रामविलास पासवान की तबियत खराब होने पर जहां एक तरफ देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पक्ष-विपक्ष के तमाम नेता फोन कर हालाचाल पूछ रहे थे तो वहीं नीतीश कुमार का ये कहना 'उनकी तबियत खराब है, मालूम नहीं है' उनके अंहकार को दर्शाता है।

‘सीटों के बंटवारे के लिए पहले ही गठबंधन में यह तय हो गया था’
LJP नेता ने आगे कहा कि हमारे नेता को अपमानित करने की पराकाष्ठा तब हुई जब राज्यसभा के दौरान नीतीश कुमार ने हमारे नेता को मजबूर किया कि वो उनके पास जाएं और उनसे मदद की गुहार लगाएं, जबकि सीटों के बंटवारे के लिए पहले ही गठबंधन में यह तय हो गया था। इसकी घोषणा भाजपा के अध्यक्ष द्वरा सार्वजनिक तौर पर की गई थी। चिराग पासवान ने लिखा, 'मुझे ताज्जुब होता है कि पार्टी से निष्कासित सांसद कैसे एक ऐसे व्यक्ति के साथ खड़े हो सकते है, जिन्होंने हमेशा हमारे नेता रामविलास पासवान जी को ही नहीं बल्कि बिहार की जनता को धोखा देने का काम किया।'

चिराग ने कहा, परिवार के टूटने का दुख मुझे जरूर है
उन्होंने आगे लिखा, 'परिवार के टूटने का दुख मुझे जरूर है। पापा ने पूरा जीवन पार्टी के साथ-साथ अपने भाईयों को भी आगे बढ़ाने का काम किया। आज उनको गए 9 महीने भी नहीं हुए और अपनी व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं के लिए उन्होंने परिवार का साथ छोड़ दिया और आदरणीय रामविलास पासवान की विचारधारा को चकनाचूर कर एक ऐसे व्यक्ति की शरण में गए जिनके खिलाफ हमारे नेता सदैव अपनी आवाज को बुलंद करते रहे। साथियों, आने वाले समय में हम सबको एक लंबी और राजनीतिक और सैद्धांतिक लड़ाई लड़नी है। ये लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के अस्तित्व की नहीं बल्कि रामविलास पासवान के विचारधारा को बचाने की है।' उन्होने वादा करते हुए कहा कि LJP हमारी थी और हमारी रहेगी। (IANS)