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Hindi News बिहार CBI Raid : 'सही समय पर सही जवाब देंगे', सीबीआई छापे पर तेजस्वी का पहला रिएक्शन

CBI Raid : 'सही समय पर सही जवाब देंगे', सीबीआई छापे पर तेजस्वी का पहला रिएक्शन

CBI Raid : जिसको जो करना है वो कर ले, सही समय पर सही जवाब देंगे। इंडिया टीवी के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि जो भी जवाब देना होगा वो सदन में देंगे।

Tejashwi Yadav- India TV Hindi Image Source : INDIA TV Tejashwi Yadav

Highlights

  • जिसको जो करना है वो कर ले-तेजस्वी यादव
  • हम सदन में जवाब देंगे-तेजस्वी यादव

CBI Raid : नौकरी घोटाला मामले में राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं पर सीबीआई छापे पर तेजस्वी यादव का पहला रिएक्शन सामने आ गया है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि जिसको जो करना है वो कर ले, सही समय पर सही जवाब देंगे। इंडिया टीवी के सवाल पर तेजस्वी ने कहा कि जो भी जवाब देना होगा वो सदन में देंगे। 

आरजेडी के कई नेताओं के घर सीबीआई के छापे

सीबीआई ने केंद्रीय रेल मंत्री के रूप में लालू प्रसाद के कार्यकाल के दौरान हुए जमीन के बदले नौकरी संबंधी कथित घोटाले को लेकर बिहार में राष्ट्रीय जनता दल के कई नेताओं के परिसरों पर बुधवार को सुबह छापेमारी शुरू की। यह छापेमारी ऐसे समय में की जा रही है, जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को राज्य विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है। कुमार ने हाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ नाता तोड़कर राजद के साथ हाथ मिलाया है। 

लालू के करीबी एमएलसी अनिल कुमार सिंह के घर छापा

विधान परिषद सदस्य सुनील सिंह, राज्य सभा के सदस्यों अशफाक करीम एवं फैयाज अहमद और विधान परिषद के पूर्व सदस्य सुबोध राय समेत राजद के कई वरिष्ठ नेताओं के परिसरों में छापे मारे जा रहे हैं। प्रसाद के निकट सहयोगी समझे जाने वाले अनिल कुमार सिंह ने पटना स्थित अपने आवास के गलियारे में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह शतप्रतिशत जानबूझकर किया गया है। इसका कोई मतलब नहीं है, कौन नहीं जानता है। ये लोग स्थानीय पुलिस को भी बताए बिना मेरे घर में घुस आए हैं। वे मुझसे एक दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने के लिए कह रहे हैं।’’

नौकरी के बदले जमीन लिखवाले के मामले में कार्रवाई

दरअसल, सीबीआई ने 2008-09 में मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर एवं हाजीपुर के रेलवे जोन में नौकरी पाने वाले 12 लोगों के अलावा राजद सुप्रीमो, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और उनकी बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव को इस मामले में नामजद किया है। केंद्रीय एजेंसी ने 23 सितंबर, 2021 को जमीन के बदले रेलवे में नौकरी देने संबंधी घोटाले को लेकर प्राथमिकी दर्ज की थी। एजेंसी के अनुसार, उम्मीदवारों को रेलवे अधिकारियों ने ‘अनुचित तरीके से जल्दबाजी’ में आवेदन करने के तीन दिनों के भीतर समूह ‘डी’ पदों पर स्थानापन्न के रूप में नियुक्त किया गया था और बाद में उनकी नौकरी को नियमित कर दिया गया था। एजेंसी ने कहा कि इसके बदले में व्यक्तियों या उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी जमीन हस्तांतरित की थी। जमीन का यह हस्तांतरण राबड़ी देवी के नाम पर तीन विक्रय विलेख, मीसा भारती के नाम पर एक विक्रय विलेख और हेमा यादव के नाम पर दो उपहार विलेख के जरिये किया गया।