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Hindi News बिहार BPSC Exam Paper Leak: बीपीएससी पेपर लीक में पुलिस ने एक क्लर्क को गिरफ्तार किया, मामले में 18वीं गिरफ्तारी हुई

BPSC Exam Paper Leak: बीपीएससी पेपर लीक में पुलिस ने एक क्लर्क को गिरफ्तार किया, मामले में 18वीं गिरफ्तारी हुई

BPSC Exam Paper Leak: गिरफ्तार किए गए लोक सेवक की पहचान उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सीजीडीए में तैनात लोअर डिवीजन क्लर्क कपिल कुमार के रूप में हुई है।

BPSC Paper Leak Case- India TV Hindi BPSC Paper Leak Case

Highlights

  • BPSC पेपर लीक मामले में एक और गिरफ्तारी हुई
  • CGDA में तैनात एक क्लर्क को गिरफ्तार किया गया
  • मामले में यह 18वीं गिरफ्तारी बताई जा रही है

BPSC Exam Paper Leak: बिहार आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 67वीं संयुक्त (Pre) प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में रक्षा लेखा महानियंत्रक (CGDA) में तैनात एक क्लर्क को गिरफ्तार किया है। EOU के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपी कपिल देव कुमार वर्तमान में प्रयागराज में CGDA में ‘आईटी एंड सिस्टम डीविजन’ में ऑडिटर के पद पर कार्यरत है। 

जिम से गिरफ्तार हुआ क्लर्क

EOU की विशेष टीम ने गया जिले के बाराचट्टी थाना अंतर्गत भितघरवा गांव निवासी कपिल को 19 अगस्त को पड़ोसी राज्य झारखंड में बोकारो जिले के चंदन क्यारी स्थित एक जिम से स्थानीय पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार किया। कपिल नौ जून को आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम द्वारा प्रयागराज में की गयी छापेमारी में बच निकला था तथा गिरफ्तारी से बचने के लिए दिल्ली, लेह-लद्वाख, नेपाल आदि स्थानों में छिप कर रह रहा था। 

अपने लोगों के Whatsapp पर भेजा था पेपर

जानकारी के मुताबिक, कपिल प्रश्नपत्र लीक मामले के मुख्य साजिशकर्ता और गया जिले के डेल्हा मुहल्ला स्थित राम शरण सिंह सांध्य कॉलेज के केन्द्राधीक्षक शक्ति कुमार का सक्रिय सहयोगी है। आरोप है कि शक्ति कुमार ने कपिल को परीक्षा शुरू होने से कुछ देर पहले ही प्रश्नपत्र व्हाट्सएप के माध्यम से भेज दिया था, जिसे इसने अपने अन्य मित्रों, सहयोगियों को साझा किया। ईओयू के मुताबिक, कपिल ने पूछताछ में अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी धांधली कर अभ्यर्थियों को पास कराने की बात स्वीकार की है। 

मामले में 18वीं गिरफ्तारी

गिरफ्तारी के समय कपिल के पास से दो मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड, दो बैंक के पांच डेबिट कार्ड सहित फर्जी नाम से बनाए गए दो मतदाता पहचान पत्र भी बरामद किए गए हैं। इस मामले में आर्थिक अपराध इकाई की विशेष टीम ने अब तक 18 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि एक अभियुक्त ने अदालत के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इस मामले में नौ अभियुक्तों के विरूद्ध अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया जा चुका है।