पटना: आज जनता दल यूनाइटेड (JDU) को नया अध्यक्ष मिल सकता है इसके लिए दिल्ली में शाम 4 बजे पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक होनी है। इससे पहले 11 बजे पार्टी पदाधिकारियों की भी बैठक होगी। मौजूदा अध्यक्ष आरसीपी सिंह मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बन चुके हैं ऐसे में एक व्यक्ति एक पद के फॉर्मूले के तहत उन्हें अध्यक्ष पद छोड़ना है। नए अध्यक्ष की रेस में राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का नाम सबसे आगे है। वो मुंगेर से सांसद हैं और नीतीश कुमार के काफी करीबी हैं। भूमिहार जाति से आते हैं।
आरसीपी सिंह हटेंगे तो नया अध्यक्ष बनेगा कौन? फिलहाल, 3 नाम चल रहे हैं। राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का नाम सबसे आगे है, दूसरा नाम उपेंद्र कुशवाहा का है और तीसरा नाम खुद नीतीश कुमार का है। नीतीश कुमार अपने फैसलों से अक्सर चौंकाते हैं ऐसे में अबकी बार पार्टी अध्यक्ष की कुर्सी वो किसे सौंपते हैं? इस पर बिहार से लेकर दिल्ली तक सबकी नजरें टिकी हैं।
राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह का दावा सबसे मजबूत है...इसकी कई वजहे हैं। वो केंद्र में मंत्री पद के दावेदार थे। मोदी कैबिनेट में जेडीयू से आरसीपी सिंह मंत्री बने। आरसीपी कुर्मी जाति से आते हैं और नीतीश कुमार खुद भी कुर्मी जाति से हैं जबकि उपेंद्र कुशवाहा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं। प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा हैं ऐसे में जेडीयू पर लव-कुश यानी कुर्मी-कुशवाहा पॉलिटिक्स का आरोप लगता है जबकि ललन सिंह भूमिहार जाति से हैं ऐसे में उन्हें अध्यक्ष बनाने से सवर्णों को मैसेज जाएगा। नीतीश ने पार्टी में एक व्यक्ति एक पद का फॉर्मूला बनाया है इस लिहाज से भी ललन सिंह का पलड़ा सबसे भारी है।