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Hindi News बिहार बिहार: मोकामा के बाहुबली नेता अनंत सिंह के दोनों बेटे क्या काम करते हैं? राजनीति में इन्हें मानते हैं हीरो

बिहार: मोकामा के बाहुबली नेता अनंत सिंह के दोनों बेटे क्या काम करते हैं? राजनीति में इन्हें मानते हैं हीरो

मोकामा से बाहुबली नेता अनंत सिंह की एके 47 मामले में विधायकी गई तो उन्होंने अपनी पत्नी को उपचुनाव में खड़ा किया। उनकी पत्नी ने मोकामा सीट से जीत हासिल की। इस मौके पर अनंत के दोनों बेटे अभिषेक और अंकित भी वहां मौजूद थे। हालांकि अभिषेक और अंकित यूपी के नोएडा में रहते हैं। वह चुनाव की वजह से मोकामा आए थे।

Mokama leader Anant Singh - India TV Hindi Image Source : FILE बाहुबली नेता अनंत सिंह और उनके दोनों बेटे

पटना: बिहार के मोकामा से बाहुबली नेता अनंत सिंह काफी सुर्खियों में रहते हैं। उनके अंदाज और हाजिर जवाबी की वजह बिहार की राजनीति में उन्हें हर कोई जानता है। हालांकि एके 47 मामले में जब अनंत सिंह की विधायकी गई तो उन्होंने उपचुनाव में अपनी पत्नी को राजद से खड़ा किया और जीत भी हासिल की। इस जीत के जश्न के दौरान अनंत के दोनों बेटे भी मौजूद रहे और उन्होंने बुजुर्गों के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। ऐसे में मीडिया में ये चर्चा भी हो रही है कि क्या अनंत के बाद उनके बेटे भी राजनीति में उतरेंगे?

अनंत के बेटों का नाम अभिषेक और अंकित

अनंत सिंह के जुड़वां बेटों का नाम अभिषेक और अंकित है। उनकी उम्र 22 साल है और उनके जन्म के बीच महज एक मिनट 15 सेकंड का अंतर है। ये दोनों भाई यूपी के नोएडा स्थित एमिटी में पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन कर रहे हैं। इन दोनों की खासियत ये है कि वह एक सा दिखते भी हैं और दोनों का स्टाइल भी एक सा है। कई बार उन्हें देखकर लोगों को ये धोखा हो जाता है कि उनमें अभिषेक कौन है और अंकित कौन है।

राजनीति में करेंगे एंट्री?

अनंत के बेटे अभिषेक का कहना है कि राजनीति में आने के बारे में अभी कुछ भी नहीं कह सकते। समय के अनुसार इसका फैसला लेंगे। फिलहाल वह अपनी मां की जीत से बेहद खुश हैं और चाहते हैं कि जनता का ये प्यार हमेशा बना रहे। मां की जीत के कार्यक्रम में अनंत के दोनों बेटे काफी विनम्र दिखाई दिए और बुजुर्गों का पैर छूकर आशीर्वाद लेते दिखे। इसके बाद ये चर्चा काफी देर तक होती रही कि आने वाले समय के लिए दोनों बेटे अभी से तैयारी करते दिख रहे हैं। 

किसको मानते हैं अपना हीरो

अभिषेक और अंकित राजनीति में अपना हीरो अपने पिता को ही मानते हैं। वह नोएडा से बिहार केवल उपचुनाव के लिए ही गए थे। उन्होंने पैर छूकर अपनी मां को जीत की बधाई दी।