बिहारशरीफ में हिंसा के बाद सद्भावना मार्च, स्थानीय धर्मगुरु करेंगे शांति की अपील, पुलिस की छापेमारी जारी
बिहारशरीफ में अमन-चैन बहाल करने के मकसद से आज बुधवार को भी सद्भावना मार्च निकाला जाएगा। सभी धर्मों के स्थानीय धर्मगुरु मार्च में शामिल होकर लोगों से शांति की अपील करेंगे।
बिहार: बिहारशरीफ और सासाराम में रामनवमी पर हुई हिंसा के बाद अब माहौल शांत है। इस बीच, बिहारशरीफ में अमन-चैन बहाल करने के मकसद से आज बुधवार को भी सद्भावना मार्च निकाला जाएगा। सभी धर्मों के स्थानीय धर्मगुरु मार्च में शामिल होकर लोगों से शांति की अपील करेंगे। पुलिस प्रशासन, स्थानीय धर्मगुरु सहित आम लोग बुधवार सुबह 9 बजे सद्भावना मार्च निकालेंगे।
अब तक 130 लोगों की गिरफ्तारी
नालंदा जिला के हिंसा प्रभावित बिहारशरीफ में स्थिति सामान्य करने के लिए पुलिस छापेमारी भी कर रही है। नालंदा के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा कि आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी। उन्होंने बताया कि अब तक 130 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। छापे मारे जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सद्भावना यात्रा के माध्यम से स्थिति सामान्य करने की कोशिश की जा रही है।
लोगों के बीच कई तरह की अफवाहें
हिंसा के बाद से बिहारशरीफ में कई तरह की अफवाहें भी लोगों के बीच फैल रही है। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय की ओर से मंगलवार को एक एडवाइजरी जारी कर लोगों को अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की सलाह दी गई है। पुलिस ने 5 अफवाह और उसके तथ्यों को जारी किया है।
5 अफवाहों के सही तथ्य-
- शोभा यात्रा के दौरान किसी महिला पुलिसकर्मी के साथ छेड़छाड़ की कोई घटना नहीं हुई।
- किसी भी महिला, पुरुष, बच्चे के लापता होने की कोई शिकायत अब तक नहीं आई है।
- बसों से एक धर्म विशेष के व्यक्तियों को उतारकर क्षति पहुंचाई जा रही है? इस पर पुलिस ने तथ्य जारी किया, इस प्रकार की किसी भी घटना की जानकारी कोई भी प्राइवेट या सरकारी बस के ड्राइवरों से नहीं मिली है।
- जिले में हिंसक घटनाओं में 30 लोगों की मौत हो चुकी है। इस पर पुलिस ने तथ्य जारी किया, जिले में अभी तक सिर्फ 1 व्यक्ति की मौत 31 मार्च के बाद की घटनाओं में हुई है।
- बिहारशरीफ और उसके अगल-बगल के किसी भी इलाके में हुए हिंसक घटनाओं के कारण किसी ने भी पलायन नहीं किया है।
ये भी पढ़ें-
सासाराम में 4 दिन से इंटरनेट बंद
वहीं, बिहार के सासाराम में अलग-अलग सम्प्रदायों के दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प के बाद अब स्थिति धीरे-धीरे सामान्य होने लगी है और जिंदगी पटरी पर लौटने लगी है। जिला प्रशासन लगातार कार्रवाई में लगी है। अब तक 49 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। साथ ही कई लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। सासाराम में हिंसा के बाद 4 दिन से इंटरनेट सेवा बंद है।