VIDEO: कई महीनों बाद मिले 11वीं-12वीं के क्लासमेट, खिले हुए हैं बच्चों के चेहरे
बिहार के 11वीं-12वीं के सभी स्कूलों सहित सभी डिग्री कालेज, सरकारी तथा निजी विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षण संस्थान 50 फीसदी छात्रों की उपस्थिति के साथ खुल गए हैं।
पटना: बिहार के 11वीं-12वीं के सभी स्कूलों सहित सभी डिग्री कालेज, सरकारी तथा निजी विश्वविद्यालय और तकनीकी शिक्षण संस्थान 50 फीसदी छात्रों की उपस्थिति के साथ खुल गए हैं। ऐसे में जब छात्र एक लंबे अंतराल के बाद फिर से अपनी कक्षा के साथियों से मिले तो उनके चेहरे खिल उठे। पटना के एक स्कूल में क्लासमेट फिर से मिलकर काफी खुश नजर आए। देखिए वीडियो-
गौरतलब है कि बिहार में कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए 3 अप्रैल को हुई क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक में 5 अप्रैल से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया गया था। तभी से कभी शिक्षण संस्थान बंद थे। लेकिन, अब कोरोना की रफ्तार में होती कमी को देखते सभी शिक्षण संस्थानों को उनका आधी क्षमता के साथ खोलने की इजाजत दे दी गई है।
5 जुलाई को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई सीएमजी की बैठक में फैसला लिया गया कि 12 जुलाई से 10वीं से ऊपर के सभी शिक्षण संस्थानों को आधी क्षमता के साथ खोल जा सकेगा। अब आज 12 जुलाई से ऐसे सभी शिक्षण संस्थान खुल गए हैं। हालांकि, सभी संस्थानों में कोरोना को लेकर जारी दिशा-निर्देशों का पालन करना अनिवार्य होगा।
कब खुलेंगे बाकी राज्यों में स्कूल?
देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर घट रही है। ऐसे में कई राज्यों ने कोरोना पाबंदियों में भी छूट देनी शुरू कर दी हैं। इसी के साथ ही हरियाणा, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों में स्कूलों को दोबारा खोलने की तारीखों का भी ऐलान हो गया है। हालांकि, अभी कई राज्य ऐसे हैं, जिन्होंने स्कूल खोलने को लेकर अंतिम फैसला नहीं लिया है। उम्मीद है कि यह राज्य भी जल्द ही कोई निर्णय लेंगे। जानिए- लेटेस्ट अपडेट्स
उत्तर प्रदेश में 1 जुलाई से प्रशासनिक कार्यों के लिए स्कूल खुले जा चुके हैं। लेकिन, बच्चों को अभी ऑनलाइन क्लास के जरिए ही पढ़िया जा रहा है। सरकार ने फिलहाल टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टाफ को ही स्कूल आने की मंजूरी दी है। फिलहाल, स्कूल खुल रहे हैं लेकिन उनमें सिर्फ प्रशासनिक कार्य किए जा रहे हैं।
हरियाणा में कक्षा 9 से 12 तक के सभी स्कूलों को 16 जुलाई और कक्षा 6 से 8 के सभी स्कूलों को 23 जुलाई से खोलने की अनुमति दी गई है। राज्य सरकार ने हाल ही में यह निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बताया कि शिक्षण संस्थानों में कोरोना के प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना जरूरी है।
स्कूलों को खोलने के मामले में महाराष्ट्र सरकार बहुत फूंक-फूंककर कदम रख रही है। सरकार ने सिर्फ उन जगहों पर ही स्कूल खोलने का फैसला लिया है, जहां पिछले एक महीने में कोरोना का एक भी केस नहीं आया है। ऐसी जगहों पर 8वीं से 12वीं तक की कक्षा के लिए 15 जुलाई से स्कूल खुल जाएंगे।
दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने स्कूलों को तीन फेज में खोलने के लिए कहा था। 28 जून से शुरू हुए पहले फेज में शिक्षक और छात्र (जरूरत पड़ने पर माता-पिता के साथ) ऑनलाइन जुड़ेंगे। 5 जुलाई से दूसरे फेज में शिक्षकों को भावनात्मक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए सहयोग देना शुरू करना था। तीसरा फेज अगस्त से शुरू होगा। इसमें कक्षा-आधारित गतिविधियों पर ध्यान दिया जाएगा। कक्षा नर्सरी से आठवीं तक वर्कशीट दी जाएगी।
मध्य प्रदेश सरकार ने अभी तक स्कूलों को दोबारा खोलने को लेकर फैसला नहीं लिया है। हालांकि, पहले 1 जुलाई से स्कूलों को खोलने की तैयारी थी। लेकिन, बाद में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इससे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा था कि फिलहाल कक्षाएं ऑनलाइन चलेंगी। स्कूलों को खोलने को लेकर बाद में फैसला लिया जाएगा।
तमिलनाडु में फिलहाल स्कूल खोलने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। राज्य में कोरोना के मामलों में गिरावट आने के बाद ही स्कूल खोलने को लेकर कोई फैसला लिया जा सकता है। फिलहाल, तमिलनाडु में शनिवार को कोरोना के 2913 नए केस मिले, जिससे कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 25,16,011 हो गई। वहीं, 49 मरीजों की मौत होने से मृतकों की तादाद 33,371 पहुंच गयी।
गुजरात सरकार ने 15 जुलाई से 12वीं कक्षा के स्टूडेंट्स के लिए और कॉलेजों तथा टेक्निकल इंस्टीट्यूट को छात्रों के लिए 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ खोलने की अनुमति दे दी है। छात्र वोलियंटरी बेसेस पर फिजिकल क्लासेस ले सकते हैं। छात्रों की उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी।
आंध्र प्रदेश सरकार ने 16 अगस्त से सभी स्कूलों को खोलने का निर्णय लिया है। फिलहाल, 12 जुलाई से ऑनलाइन क्लास शुरू होंगी। हाल ही में राज्य के शिक्षा मंत्री ऑडिमुलपु सुरेश ने इस बारे में जानकारी दी थी।