A
Hindi News बिहार Video: डिनर टेबल पर परीक्षा दे रहे छात्र, प्रिंसिपल बोले- 600 की जगह 1500 छात्र हैं तो मजबूरी है

Video: डिनर टेबल पर परीक्षा दे रहे छात्र, प्रिंसिपल बोले- 600 की जगह 1500 छात्र हैं तो मजबूरी है

प्राचार्य ने बताया कि कॉलेज में 600 छात्रों के परीक्षा कराने की क्षमता है, लेकिन परीक्षा नियंत्रक ने कॉलेज में 1507 छात्रों को परीक्षा के लिए चयनित किया गया है। इससे परेशानी बढ़ गई है।

Exam - India TV Hindi Image Source : INDIA TV परीक्षा दे रहे बच्चे

बिहार के सारण से कॉलेज के छात्रों की परीक्षा का ऐसा वीडियो सामने आया है, जिसे देखकर हर कोई अपना माथा पकड़ लेगा। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि छात्र डिनर टेबल पर बैठकर परीक्षा दे रहे हैं। यही नहीं, एक टेबल पर 6-6 छात्र बैठकर परीक्षा दे रहे हैं। ऐसे में नकल रुकने की उम्मीद करना बेकार है, लेकिन परीक्षार्थियों को लिखने में भी परेशानी हो रही है। इसके इतर यह परीक्षा खुले मैदान पर टेंट लगाकर ली जा रही है। बारिश के मौसम में अगर बारिश शुरू हो जाती है, तो छात्रों की उत्तर पुस्तिका खराब होने का भी डर है।

मामला सारण के प्रभुनाथ कॉलेज का है। परसा में जय प्रकाश विश्वविद्यालय से मान्यता प्राप्त इस कॉलेज में स्नातक प्रथम खंड सत्र 23-27 की परीक्षा चल रही है। इस दौरान छात्रों को शादी में खाना खिलाने वाली टेबल पर बैठा कर परीक्षा ली जा रही है। 

1507 छात्र दे रहे परीक्षा

परीक्षा की तस्वीर यह साबित कर रही है कि पी एन कॉलेज परसा परीक्षा केंद्र पर व्यवस्था स्थापित करने में कुलपति एवं परीक्षा नियंत्रक पूरी तरह से फेल हैं। परीक्षा केंद्र पर तैनात पर्यवेक्षक डॉ संजीव कुमार सुधांशु ने बताया कि नई शिक्षा नीति के एमडीसी के तहत परीक्षा हो रही है। इसमे छात्र को स्वतंत्रता प्राप्त होती है कि किसी विषय के साथ कोई भी विषय पढ़ सकता है। दो कॉलेज के 1507 छात्र-छात्रा परीक्षा में शामिल हुए।

600 की जगह 1507 छात्र दे रहे परीक्षा

छात्रों के बैठने के लिए टेंट में टेबल कुर्सी की व्यवस्था कर परीक्षा ली जा रही है। वहीं, प्राचार्य डॉ पुष्प राज गौतम ने बताया कि वाई एन कॉलेज दिघवारा और होती लाल राम नाथ कॉलेज अमनौर का परीक्षा केंद्र प्रभुनाथ कॉलेज में बनाया गया है। कॉलेज में 600 छात्रों की परीक्षा कराने की क्षमता है, लेकिन परीक्षा नियंत्रक ने कॉलेज में 1507 छात्रों को परीक्षा के लिए चयनित किया गया है। इससे परेशानी बढ़ गई है। क्षमता से अधिक छात्र-छात्रा होने के कारण मजबूरन टेंट और टेबल कुर्सी की व्यवस्था कर परीक्षा संचालित की जा रही है।

(सारण से बिपिन श्रीवास्तव की रिपोर्ट)

यह भी पढ़ें-

बिहार में शराबबंदी की खुली पोल, मालखाने से शराब चोरी करते हुए पकड़े गए पुलिसकर्मी, भेजे गए जेल 

स्कूल में पंखा तक नहीं! एक-एक कर बेहोश हुए 30 बच्चे, 2 शिक्षकों की भी तबीयत बिगड़ी