पटना: बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के 4551 नए मामले सामने आए हैं वहीं पिछले 24 घंटे में सूबे में कोरोना के 3786 मरीज स्वस्थ हुए हैं। इसी के साथ राज्य में एक्टिव मामले 33,883 हो गए हैं। इससे पहले सोमवार को बिहार में कोरोना वायरस के कुल 3526 नए मामले सामने आए थे जबकि पांच मरीजों की मौत हो गई थी।
राज्य के स्वास्थ्य विभाग से सोमवार को प्राप्त जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में जिन पांच और लोगों की कोरोना की चपेट में आकर मौत हुई है उनमें गया, मुजफ्फरपुर, पटना, पूर्वी चंपारण एवं समस्तीपुर का एक-एक व्यक्ति शामिल है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान संक्रमण के 3526 नये मामले सामने आये हैं जिनमें से सबसे अधिक 1035 मामले पटना में आए हैं। इसमें कहा गया है कि बिहार में वर्तमान में कोरोना के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 33122 है।
सिविल सर्जन ने कोविड-19 की पांच खुराकें ली, जांच के आदेश
पटना की सिविल सर्जन विभा कुमारी सिंह के कोविड-19 टीके की पांच खुराकें लिए जाने के बारे में पता चलने पर बिहार सरकार ने इसके जांच के आदेश दिए हैं। हालांकि, सिविल सर्जन डॉ विभा कुमारी सिंह ने अतिरिक्त खुराक लेने का खंडन करते हुए मामले की जांच में तथ्यों के सामने आने पर कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। सिविल सर्जन कहा कि उन्होंने अपने आधार नंबर के माध्यम से कोविशील्ड टीके की दो निर्धारित खुराक एवं नियम के अनुसार एक ‘एहतियाती’ खुराक ली है। उन्होंने कहा कि आधार नंबर के अलावा किसी भी अन्य पहचान-पत्र का प्रयोग उनके स्तर से नहीं किया गया है। साथ ही कहा, “मेरे अन्य पहचान-पत्र का दुरुपयोग जिस स्तर से भी हुआ है, उसकी पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाए। किसी और ने पैन कार्ड के विवरण का उपयोग करके टीका लिया था।”
कोविन पोर्टल के अनुसार, उन्होंने 28 जनवरी, 2021 को टीके की पहली खुराक ली और 12 मार्च, 2021 को दूसरी खुराक के लिए पंजीकरण कराया। मार्च, 2021 तक उनका टीकाकरण पूर्ण हो चुका था। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, उन्होंने पैन कार्ड का इस्तेमाल करते हुए दो और तारीखों में तीसरी और चौथी बार खुराक ली। 13 जनवरी, 2022 को उन्हें पांचवीं बार ‘एहतियाती’ खुराक मिली। पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने कहा, 'प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।"