पटना: नीतीश सरकार ने बिहार में कोरोना वायरस की रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए राज्यभर में लॉकडाउन लगा दिया है, लेकिन कोरोना की रफ्तार थम नहीं रही है। गुरुवार को राज्यभर में कोरोना वायरस के 15,126 नए मामले सामने आए, जिसमें सिर्फ पटना के 3,665 लोग शामिल हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में 90 संक्रमितों की मौत हुई है। बिहार में बुधवार को 14,836 नए मरीज मिले थे। बिहार स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को जारी रिपोर्ट के मुताबिक गुरुवार को मिले संक्रमितों में सबसे अधिक पटना जिले में 3,665 संक्रमित हैं, जबकि गया में 752, भागलपुर में 503, मुजफ्फरपुर में 736, नालंदा में 535 तथा पश्चिमी चंपारण में 533 नए संक्रमितों की पहचान हुई है।
राज्यभर में पिछले 24 घंटे के दौरान 1,05,024 नमूनों की जांच की गई है। राज्य में पिछले 24 घंटे में 13,364 लोग कोरोना वायरस को मात देकर संक्रमणमुक्त भी हुए हैं। इस दौरान राज्य में 90 संक्रमितों की मौत हो गई है। राज्य में अब तक कुल 3,077 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। राज्य में रिकवरी रेट 78.65 प्रतिशत तक पहुंच गया है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 15,126 नए मामले सामने आने के बाद राज्य में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर एक लाख 15 हजार 151 तक पहुंच गई है।
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के मामले हर दिन एक नया रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं और बृहस्पतिवार को संक्रमण के 4,12,262 नए मामले दर्ज किए गए तथा 3,980 लोगों ने इस महामारी से जान गंवाई। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले देश में 2,10,77,410 हो गए और मृतकों की संख्या 2,30,168 पर पहुंच गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 35,66,398 है जो संक्रमण के कुल मामलों का 16.92 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर गिरकर 81.99 प्रतिशत हो गई है। आंकड़ों के मुताबिक, इस बीमारी से स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 1,72,80,844 हो गई है जबकि मृत्यु दर 1.09 प्रतिशत है।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख का आंकड़ा पार कर गए थे। इसके बाद संक्रमण के मामले 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख के पार चले गए थे। वैश्विक महामारी के मामले 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार कर गए थे। भारत में महामारी के मामले चार मई को दो करोड़ के पार चले गए थे।
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