Bihar Politics: नीति आयोग की बैठक में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के शामिल नहीं होने को लेकर, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने कहा कि ''आपको मुख्यमंत्री से इस बारे में पूछना चाहिए।'' इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी फिर से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं होगी। नीति आयोग की बैठक में नीतीश की अनुपस्थिति को लेकर आधिकारिक तौर पर कोई स्पष्टीकरण अब तक नहीं आया है, पर मुख्यमंत्री के करीबी सूत्रों के अनुसार कोरोना वायरस से संक्रमण के बाद की अपनी शारीरिक कमजोरी का हवाला देते हुए नीतीश कुमार ने बैठक में शामिल होने पर असमर्थता जतायी। नीतीश 25 जुलाई को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे। हालांकि, संक्रमण से उबरने के बाद वह रविवार को कुछ कार्यक्रमों में शामिल हुए। इनमें से एक कार्यक्रम जो कि राष्ट्रीय हस्तकरघा दिवस पर आयोजित किया गया था, में उन्होंने उद्योग मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन और उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद जैसे भाजपा के अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ मंच साझा किया।
जदयू-भाजपा के बीच सब कुछ ठीक होने का दावा
इस बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने अपनी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ अनबन की अटकलों को खारिज करते हुए उसके साथ सब कुछ ठीक होने का दावा किया है, लेकिन यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह फिर से केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल नहीं होगी। जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन ने रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अनुपस्थिति के बारे में सवालों को खारिज करते हुए कहा, ''आपको मुख्यमंत्री से इस बारे में पूछना चाहिए।'' ललन ने भाजपा के साथ सबकुछ ठीक होने का दावा करते हुए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के चुनावों में जदयू के समर्थन का हवाला दिया। उन्होंने कहा, ''हमारे पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने व्हीलचेयर पर मतदान केंद्र पहुंचकर मतदान किया।''
'आरसीपी सिंह का मन कहीं और था'
जदयू अध्यक्ष ने कहा, ''भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग)के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का इससे मजबूत प्रदर्शन नहीं हो सकता।'' भाजपा के नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में अगला लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने के वादे के बारे पूछे जाने पर ललन ने कहा, ''मैं 2024 या 2025 के बारे में कुछ भी आश्वासन के साथ कैसे कह सकता हूं। मैं यह नहीं कह सकता कि मैं कल जीवित रहूंगा या नहीं।'' एक और राज्यसभा कार्यकाल से वंचित होने के बाद केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले आरसीपी सिंह द्वारा शनिवार को जदयू से इस्तीफा देने और इसके बाद पार्टी को लेकर की गयी उनकी टिप्पणी के बारे में ललन ने विस्तार से बताए बिना कहा, ''हो सकता है कि उन्होंने कल ही जदयू से इस्तीफा दिया हो, पर उन्हें देर-सवेर तो जाना ही था, क्योंकि उनका तन यहां (जदयू में) और मन कहीं और था।''