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Bihar Politics: नीतीश के मंत्री कार्तिक सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दिया, आज ही बदला गया था विभाग

Bihar Politics: शपथ लेने के बाद कानून मंत्री बनाए गए कार्तिक सिंह को बुधवार को गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया। हालांकि, शाम होते-होते कार्तिक सिंह मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।

Karthik Singh And CM Nitish Kumar- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Karthik Singh And CM Nitish Kumar

Highlights

  • विवादों में घिरे कार्तिक सिंह का आज विभाग बदला गया
  • शाम होते-होते कार्तिक सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया
  • अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता का है आरोप

Bihar Politics: बिहार में नवगठित महागठबंधन सरकार से जुड़े विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही विवादों में घिरे कार्तिक सिंह का विभाग बुधवार को बदल दिया गया था। शपथ लेने के बाद कानून मंत्री बनाए गए कार्तिक सिंह को बुधवार को गन्ना उद्योग विभाग दे दिया गया। हालांकि, शाम होते-होते कार्तिक सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया, और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनका इस्तीफा मंजूर भी कर लिया।

शमीम अहमद को बनाया गया नया कानून मंत्री

बता दें कि अपहरण के एक मामले में कथित संलिप्तता के बावजूद कुमार को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की विपक्ष ने भारी आलोचना की थी। इससे पहले बुधवार को बिहार के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने एक अधिसूचना जारी की थी, जिसके मुताबिक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल सचिवालय की ओर से 30 अगस्त के एक आदेश के आलोक में कार्तिक सिंह को विधि विभाग की जगह पर गन्ना उद्योग विभाग और शमीम अहमद को गन्ना उद्योग विभाग के स्थान पर विधि विभाग का कार्य अगले आदेश तक दे दिया गया था।

कार्तिक के शपथ लेते ही बीजेपी ने बोला था हमला

कार्तिक ने 16 अगस्त को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नवगठित महागठबंधन सरकार में अपनी पार्टी के कोटे से मंत्री के रूप में शपथ ली थी। कार्तिक के शपथ लेते ही बीजेपी ने 2014 के अपहरण के एक मामले में उनके नामजद होने के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की थी। वहीं, कार्तिक पर लगाए गए आरोपों के बारे में 17 अगस्त को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा था कि उन्हें इस मामले में कोई जानकारी नहीं है।

Image Source : File PhotoBihar CM Nitish Kumar

तेजस्वी और लालू ने किया था कार्तिक का बचाव

इस मुद्दे पर बात करते हुए बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने 18 अगस्त को कहा था, "वारंट के बाद अदालत ने गिरफ्तारी के खिलाफ अंतरिम सुरक्षा प्रदान की है। उनको अभी तक अदालत ने दोषी नहीं ठहराया है। हम अदालत के निर्देशों का पालन करेंगे।" वहीं, कार्तिक के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लंबित होने के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद ने सुशील के बारे में कहा था, "यह सब गलत है।"

भाकपा माले ने कही थी सरकार की छवि खराब होने की बात

बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार का बाहर से समर्थन कर रही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माले) ने 17 अगस्त को कहा था कि कानून मंत्री को बनाए रखने से सरकार की छवि खराब होगी। इस समय महागठबंधन में 7 पार्टियां जनता दल युनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, कांग्रेस, भाकपा माले, भाकपा, माकपा और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा शामिल हैं।