Bihar Politics: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू (JDU) ने रविवार को आरोप लगाया कि इस महीने के अंत में राज्य के दौरे पर आ रहे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह उस दौरान सांप्रदायिक अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने पटना में संवाददाताओं से कहा, "जब अमित शाह यहां होंगे तो वह बिहार और देश भर में सांप्रदायिक अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे। लेकिन बिहार के लोग सतर्क हैं और वह (बीजेपी) सांप्रदायिक ध्रुवीकरण को भुनाने में सक्षम नहीं होंगे।"
अब राज्य में महागठबंधन की नई सरकार
शाह का 23-24 सितंबर को पूर्णिया और किशनगंज का दौरा करने का कार्यक्रम है। दोनों जिले अल्पसंख्यक बहुल हैं। गौरतलब है कि पिछले ही महीने बीजेपी का साथ छोड़कर नीतीश ने आरजेडी (RJD) और कांग्रेस आदि पार्टियों के साथ गठजोड़ करके राज्य में महागठबंधन की नई सरकार बनाई है। राज्य में राजनीति बदलाव के बाद बीजेपी के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले अमित शाह पहली बार बिहार आ रहे हैं।
Image Source : File PhotoJDU President Lalan Singh
'राज्य में सभी 40 सीटों पर जीत मिलेगी'
हालांकि, जेडीयू नेता ललन ने जोर देकर कहा कि बीजेपी का सफाया हो जाएगा और जेडीयू, आरजेडी, कांग्रेस और वाम दलों के महागठबंधन को अगले लोकसभा चुनाव में राज्य में सभी 40 सीटों पर जीत मिलेगी। उन्होंने यह भी दावा किया कि बीजेपी अपने शुरुआती बिंदू पर वापस आ जाएगी जब उसने केवल दो सीटें जीतीं थीं।
बीजेपी के फिलहाल 300 से ज्यादा सांसद हैं
बता दें कि बीजेपी के फिलहाल 300 से ज्यादा सांसद हैं, लेकिन 1984 में उसके पास लोकसभा में महज दो सीटें थीं। उन्होंने जोर देकर कहा, "यह संभव है। उनका (बीजेपी) वोट शेयर 38 प्रतिशत था। कल्पना कीजिए कि यदि शेष 62 प्रतिशत एक साथ आ जाते हैं तो क्या होगा। एक बार गति प्राप्त करने के बाद संयुक्त विपक्ष को कुल वोट शेयर का 75 प्रतिशत मिल सकता है।"
नीतीश कुमार का दिल्ली जाने का कार्यक्रम
गौरतलब है कि ललन के इस बयान से महज एक दिन पहले जेडीयू ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नीतीश कुमार को विपक्षी एकता हासिल करने के लिए सभी निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया है। विपक्ष के राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे नेताओं के साथ बातचीत करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सोमवार को दिल्ली जाने का कार्यक्रम है।