Bihar Politics: जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी और राष्ट्रीय परिषद की बैठक 3 और 4 सितंबर को पटना में होगी। इस बैठक में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर नीतीश कुमार के नाम सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है। वहीं पार्टी महासचिव अफाक अहमद खान ने कहा कि दोनों दिन संगठन संबंधी मुद्दों और सदस्यता अभियान पर चर्चा की जाएगी।
2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष के पीएम पद के उम्मीदवार को लेकर हो सकती है चर्चा
ये बैठकें इसलिए अहम मानी जा रही हैं, क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू प्रमुख नीतीश कुमार ने हाल ही में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से गठबंधन तोड़ते हुए महागठबंधन से हाथ मिला लिया था, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस और वामदल शामिल हैं। नीतीश के कदम से विपक्षी खेमे में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। यही नहीं, इससे नीतीश के 2024 के लोकसभा चुनावों में विपक्ष के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में उभरने की अटकलों को भी बल मिला है। इन बैठकों में पार्टी का एजेंडा तय करने और भाजपा से नाता तोड़ने के उसके फैसले का समर्थन किए जाने की संभावना है। नीतीश के जदयू सदस्यों को भी संबोधित करने की उम्मीद है।
नीतीश ने कभी नहीं कहा कि वह प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे
राष्ट्रीय कार्यकारिणी जद(यू) का एक प्रमुख संगठनात्मक निकाय है। वहीं, राष्ट्रीय परिषद एक व्यापक निकाय है, जिसमें कार्यकारिणी के सभी सदस्य शामिल होते हैं। नीतीश ने खुद को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश किए जाने की संभावनाओं को अक्सर खारिज किया है। हालांकि, जद(यू) के अध्यक्ष ललन सिंह ने हाल ही में कहा था कि उनकी पार्टी इस पर विचार के लिए तैयार है, बशर्ते अन्य विपक्षी दल संबंधित भूमिका के लिए नीतीश के नाम का समर्थन करें। इस बीच, रविवार को राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि अगर विपक्षी दल नीतीश का समर्थन करें तो वह प्रधानमंत्री पद के मजबूत उम्मीदवार हो सकते हैं।