Bihar Political Crisis: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस्तीफा दे दिया है और इसी के साथ वह सातवीं बार बिहार के भूतपूर्व मुख्यमंत्री बन गए हैं। दरअसल इससे पहले नीतीश कुमार सात बार बिहार के सीएम पद की शपथ ले चुके हैं और अगर वह अब फिर से आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बनाते हैं और उसमें मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालते हैं तो यह 8वीं बार होगा जब वह सूबे के मुखिया यानि सीएम पद की शपथ लेंगे।
2015 में बना चुके हैं RJD के साथ सरकार
अगर नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू और आरजेडी एक साथ मिलकर सरकार बनाते हैं तो यह पहली बार नहीं होगा। नीतीश ने लालू यादव के साथ मिलकर साल 2015 में भी बिहार में सरकार बनाई थी और उस सरकार में लालू यादव के दोनो बेटे मंत्री थे। 2015 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ने कांग्रेस और आरजेडी के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया था, जिसके बिहार में वह चेहरा थे। चुनाव के बाद जीत मिली और उन्होंने सूबे में सरकार बना ली थी। हालांकि ये गठबंधन ज्यादा दिनों तक चला नहीं और 26 जुलाई 2017 को नीतीश कुमार ने गठबंधन तोड़ दिया और बीजेपी के साथ सरकार बना ली।
22 साल, 5 महीने और 6 दिन के करियर में कब-कब सीएम बने नीतीश कुमार
नीतीश कुमार पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री 3 मार्च 2000 में बने। हालांकि, बहुमत ना जुटा पाने की वजह से महज सात दिन बाद ही 10 मार्च 2000 को ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा। नवंबर 2005 में वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने और अपना कार्यकाल पूरा किया। इसके बाद तीसरी बार साल 2010 में सीएम बने। चौथी बार उन्होंने 22 फरवरी 2015 को सीएम पद की शपथ ली। 2015 में महागठबंधन के साथ चुनाव लड़ने और जीतने के बाद वह पांचवीं बार मुख्यमंत्री बने। जबकि 27 जुलाई 2017 को वह छठवीं बार सीएम बने और सातवीं बार उन्होंने 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत के बाद मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। यह चुनाव नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन के साथ मिलकर लड़ा था।
आरजेडी के साथ मंत्रालयों का समीकरण क्या होगा?
सूत्रों की माने तो आरजेडी और जेडीयू का एक साथ आना लगभग तय हो गया है। हालांकि इस बार तेजस्वी यादव सिर्फ डिप्टी सीएम पद के लॉलीपॉप से खुश नहीं होने वाले हैं, उन्हें इस बार इसके साथ गृह विभाग भी चाहिए। यहां तक की सदन में स्पीकर भी आरजेडी अपना ही चाहती है। इसके साथ कुछ और बड़े मंत्रालयों पर भी आरजेडी की नजर है। हालांकि, इस बार आरजेडी और जेडीयू की सरकार में तेजस्वी यादव के बड़े भाई तेज प्रताप यादव शामिल होंगे या नहीं इस पर फिलहाल खुल कर कोई बात सामने नहीं आ रही है।