Bihar Political Crisis: बिहार में सियासी सरगर्मियां तेज होने के बीच नीतीश कुमार ने आठ वर्ष में दूसरी बार अपनी सहयोगी बीजेपी से नाता तोड़ लिया है। इस बीच, तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए नीतीश कुमार के इस फैसले का स्वागत किया है। साथ ही टीएमसी ने आरोप लगाया कि बीजेपी के साथ गठबंधन में रहकर कोई दल अपनी पहचान की रक्षा नहीं कर सकता, क्योंकि बीजेपी की 'सबकुछ हड़प लेने की राजनीति' क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व में भरोसा नहीं करती।
'बीजेपी क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व में विश्वास नहीं करती'
तृणमूल कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता सुखेंदु शेखर ने कहा, "बीजेपी जैसा गठबंधन साझेदार होने के चलते एनडीए में कोई राजनीतिक दल सुरक्षित नहीं है। बीजेपी छोटे या क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व में विश्वास नहीं करती। इसकी नीति क्षेत्रीय दलों को हटाने में भरोसा करती है, फिर चाहे वे उसके गठबंधन सहयोगी ही हों। इस तरह के घटनाक्रम का इंतजार था।" तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह पड़ोसी राज्य के राजनीतिक घटनाक्रम पर करीबी नजर बनाए हुए है।
'आज ही बिहार से बीजेपी भगाओ का नारा आया'
वहीं, बिहार के राजनीतिक घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी (SP) के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे एक अच्छी शुरुआत बताया है। अखिलेश ने कहा, "आज के दिन 'अंग्रेजो भारत छोड़ो' का नारा दिया गया था और आज ही बिहार से 'बीजेपी भगाओ' का नारा आया है। उन्होंने कहा कि अब जल्दी ही देश के अन्य राज्यों से राजनीतिक दल और लोग बीजेपी के खिलाफ खड़े हो जाएंगे।
गौरतलब है कि बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन टूट चुका है। नीतीश कुमार ने राज्यपाल को इस्तीफा सौंप दिया है। अब नीतीश महागठबंधन के साथ सरकार बनाने की तैयारी में हैं। इसके साथ ही नीतीश कुमार को महागठबंधन का नेता भी चुन लिया गया है।
164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी है: नीतीश
बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करने के बाद नीतीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उनके पास 164 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी है। उन्होंने कहा कि वह 7 पार्टियों के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। नीतीश RJD नेता तेजस्वी यादव के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की।
नीतीश ने बीजेपी पर लगाए ये बड़े आरोप
सीएम पद से इस्तीफा देने से पहले नीतीश कुमार ने जदयू के सांसदों, विधायकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी। इस बैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी ने हमेशा अपमानित किया और जेडीयू को खत्म करने की साजिश रची गई। नीतीश कुमार ने कहा कि 2020 से ही उनका वर्तमान गठबंधन उन्हें कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। नीतीश ने कहा कि अगर वे अभी सतर्क नहीं हुए, तो ये पार्टी के लिए अच्छा नहीं होगा।