Bihar Political Crisis: राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से जनता दल यूनाइटेड (JDU) के बाहर होने और बिहार की राजनीति में अचानक से बदले घटनाक्रमों ने बीजेपी के कई नेताओं को चौंका दिया। हालांकि, भाजपा नेतृत्व कई मुद्दों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की असहजता से अवगत था। भाजपा के कई वरिष्ठ नेता सोमवार तक यही समझ रहे थे कि जेडीयू की ओर से अस्थिरता का माहौल बनाकर एक राजनीति के तहत बयानबाजी की जा रही थी ताकि गठबंधन के बड़े सहयोगी को दबाव में रखा जा सके। इसके बावजूद भाजपा नेता यह मान रहे थे कि गेंद पूरी तरह जेडीयू के पाले में है और नीतीश कुमार एक सहयोगी को छोड़कर दूसरे सहयोगी के पाले में जाते रहे हैं।
2014 के बाद 2 बार पाला बदल चुके हैं नीतीश
उनका मानना था कि राज्य का मुख्यमंत्री बने रहने के लिए वैसे भी नीतीश कुमार 2014 के बाद दो बार ऐसा कर चुके हैं। बहरहाल, भाजपा के नेता एनडीए से अलग होने की औपचारिक घोषणा के बाद जेडीयू के आरोपों का जवाब देंगे और अपनी भावी रणनीति को लेकर चर्चा करेंगे। भाजपा और जेडीयू के बीच, पिछले कुछ समय से बढ़ रही दूरियों के मद्देनजर भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को कई मौकों पर पटना भी भेजा ताकि संकट को दूर किया जा सके।
हाल ही में पटना में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि अगले लोकसभा चुनाव में जेडीयू के साथ गठबंधन बना रहेगा और वह अगले विधानसभा चुनाव में भी साथ लड़ेंगे। इसके बाद भाजपा नेताओं को उम्मीद थी कि हालात सुधरेंगे। हालांकि कई मुद्दों पर अपने सहयोगी से पहले से ही नाराज चल रहे जेडीयू ने इसे भाजपा का प्रभुत्व बढ़ाने की रणनीति के रूप में देखा।
उपेंद्र कुशवाहा ने दिया था टूट का संकेत
बिहार के सूत्रों ने कहा कि मुख्यमंत्री कुमार 8 सालों में दूसरी बार भाजपा से अलग हुए हैं और वह राज्यपाल फागू चौहान से मिलकर इस्तीफा दे चुके है। इससे पहले जेडीयू के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने एक ट्वीट में स्पष्ट संकेत दिया था कि कुमार जल्द ही इस्तीफा देंगे और राष्ट्रीय जनता दल के साथ के मिलकर नई सरकार बनाएंगे। उन्होंने एक ट्वीट में कहा था, ‘‘नए स्वरूप में नए गठबंधन के नेतृत्व की जवाबदेही के लिए श्री नीतीश कुमार जी को बधाई। नीतीश जी आगे बढ़िए। देश आपका इंतजार कर कर रहा है।’’
नीतीश ने सीएम पद से दिया इस्तीफा
वहीं, आज नीतीश कुमार ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया और इसके बाद वह बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी के घर पहुंचे हैं। उनकी यहां तेजस्वी यादव से भी मुलाकात हुई। खबर है कि नीतीश कुमार, अब तेजस्वी यादव के साथ मिलकर सरकार बनाएंगे। पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश ने कहा कि हमने NDA छोड़ दिया है।