Bihar Oath Ceremony: बिहार की सियासत में अचानक सब कुछ बदल गया है। नीतीश कुमार ने 8वीं बार सीएम पद की शपथ ले ली है, वहीं तेजस्वी यादव ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली है। शपथ ग्रहण समारोह के दौरान तेजस्वी यादव ने पुराने गिले-शिकवे भुलाते हुए सीएम नीतीश कुमार के पैर भी छुए। इस मौके पर नीतीश ने उन्हें गले लगातार उनका अभिनंदन किया। तेजस्वी का नीतीश कुमार के पैर छूना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय रहा। दोनों नेताओं ने मंच से फोटो खिंचाई और लोगों का अभिवादन स्वीकार किया।
नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर दिया बड़ा बयान
बिहार के 8वीं बार सीएम बनने के बाद नीतीश कुमार ने पीएम मोदी पर बड़ा हमला बोला। नीतीश ने कहा कि हम रहें या ना रहें, मोदी 2024 में नहीं रहेंगे। जो 2014 में आए वो 2024 में नहीं रहेंगे। उन्होंने कहा कि आप हमारी पार्टी के लोगों से पूछ लीजिए कि सबकी क्या स्थिति हुई। मैं मुख्यमंत्री (2020 में) बनना नहीं चाहता था। लेकिन मुझे दवाब दिया गया कि आप संभालिए। बाद के दिनों में जो कुछ भी हो रहा था, सब देख रहे थे। हमारी पार्टी के लोगों के कहने पर हम अलग हुए।
बिहार की पूर्व सीएम रावड़ी देवी ने क्या कहा?
शपथग्रहण समारोह में आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का परिवार भी पहुंचा था। यहां तेजस्वी की पत्नी, उनकी मां राबड़ी देवी और भाई तेज प्रताप भी थे। इस मौके पर जब राबड़ी से नीतीश के बारे में सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अब सब माफ है।
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने ये भी कहा कि बिहार की जनता के लिए बहुत अच्छा हुआ है। मैं जनता को धन्यवाद देती हूं। सब बहुत खुश हैं। तेजस्वी यादव ने इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस बात की चारों तरफ काफी चर्चा भी रही कि तेजस्वी ने नीतीश कुमार के पैर छुए। ऐसा इसलिए भी हो रहा था क्योंकि एक दौर में आरजेडी और जेडीयू के रिश्ते बहुत खराब हो गए थे।
सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर लगाया झूठ बोलने का आरोप
बिहार बीजेपी नेता सुशील मोदी ने नीतीश कुमार पर हमला बोला है। सुशील ने कहा कि नीतीश कुमार सफेद झूठ बोल रहे हैं। जेडीयू के कहने पर आरसीपी को मंत्री बनाया गया। जिस पार्टी ने पांच बार नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया, उसको उन्होंने धोखा दिया। 2020 में नरेंद्र मोदी के नाम पर जनादेश मिला। जब लगा कि स्थिति ठीक नहीं है तो नरेंद्र मोदी ने एक-एक दिन में कई रैलियां की और जान लगा दी। ये बिहार की जनता के साथ विश्वासघात है। बिहार के पिछड़े समाज के साथ विश्वासघात किया गया है।