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Bihar News: "ऐसा है तो हम छोड़ ही देते हैं..," 'चोरों के सरदार' वाले बयान पर सुधाकर सिंह और नीतीश के बीच हो गई बहस

Bihar News: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के 'चोरों के सरदार' वाले बयान की आग इतने जल्दी शांत होने वाली नहीं थी। लिहाजा इस बयान के आफ्टर इफैक्ट आने भी शुरू हो गए।

Highlights

  • 'चोरों के सरदार' वाले बयान पर जारी है बवाल
  • कृषि मंत्री सुधाकर सिंह से नाराज नीतीश कुमार
  • नीतीश और सुधाकर सिंह के बीच हो गई बहस

Bihar News: बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह के 'चोरों के सरदार' वाले बयान की आग इतने जल्दी शांत होने वाली नहीं थी। लिहाजा इस बयान के आफ्टर इफैक्ट आने भी शुरू हो गए। सुधाकर सिंह ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि कृषि विभाग में कई लोग चोर हैं, ऐसे में हम उन चोरों के सरदार हुए। अब सूत्रों के हवाले से खबर है कि आज कैबिनेट की मीटिंग में नीतीश कुमार और सुधाकर सिंह के बीच इसको लेकर बहस हो गई।

"मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा..."
सूत्रों के अनुसार आज कैबिनेट की मीटिंग में नीतीश कुमार ने सुधाकर सिंह से उनके चोरों के सरदार वाले बयान पर पूछा कि आपने ऐसा बयान क्यों दिया? इस पर कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा कि मैंने कुछ भी गलत नहीं कहा। इस पर नीतीश कुमार नाराज हो गए और दोनों के बीच हल्की बहस भी हो गई। बता दें कि कैमूर के चांद प्रखंड में कृषि मंत्री सुधाकर सिंह अभिनंदन समारोह में लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने कहा था कि कृषि विभाग में कोई सेक्शन नहीं है जो चोरी नहीं करता। ऐसे में हम चोरों के सरदार ही न कहलाएंगे। 

इस्तीफे की धमकी देकर मीटिंग से निकले
सूत्रों की मानें तो एक दूसरे मंत्री जो कैबिनेट मीटिंग में मौजूद थे, उन्होंने बताया कि मीटिंग का अंत होते-होते नीतीश कुमार और सुधाकर सिंह में बहस इस हद तक बढ़ गई कि सुधाकर सिंह इस्तीफे की धमकी देकर मीटिंग से निकल गए। उन्होंने बताया कि जाते-जाते सुधाकर के शब्द थे - "ऐसा है तो हम छोड़ ही देते हैं..." सभा को संबोधित करते हुए सुधाकर ने तंज भरे लहजे में कहा था कि किसान लोग पुतला फूंकते रहेंगे, तो मुझे भी याद रहेगा कि किसान हमसे नाराज हैं। नहीं फूंकेंगे तो हमें लगेगा कि सब ठीक है। उन्होंने कहा था कि कृषि विभाग में कोई सेक्शन नहीं है जो चोरी नहीं करता। ऐसे में हम चोरों के सरदार ही न कहलाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे ऊपर भी कई सरदार हैं। उनके सामने मैं अगर बात रखता हूं तो उन लोगों को लगता है मैं अपनी बात कर रहा हूं।