Bihar News: बिहार पुलिस संघ ने शनिवार को नवादा में एक पुलिस अधीक्षक (SP- Superintendent of police) के निर्देश पर पांच पुलिसवालों को कथित तौर पर दो घंटे तक हवालात में रखे जाने की घटना की न्यायिक जांच की मांग की। कथित घटना बृहस्पतिवार रात नवादा जिले के एक थाने में उस समय हुई, जब पुलिस अधीक्षक(SP) गौरव मंगला तीन सहायक उप निरीक्षकों(ASI) और दो उप निरीक्षकों(SI) के प्रदर्शन से असंतुष्ट नजर आए। संवाददातओं ने जब इस मामले में पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया तो उन्होंने इसे ‘‘फर्जी खबर’’ करार दिया। वहीं, अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
'ऐसी घटनाएं औपनिवेशिक काल की याद दिलाती'
बिहार पुलिस संघ के अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर कहा कि पुलिस अधीक्षक(SP) से कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन उन्होंने फोन कॉल का जवाब नहीं दिया। सिंह ने कहा, ‘‘हमें घटना के तुरंत बाद नवादा शाखा से जानकारी मिली और पुलिसकर्मियों के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी इस पर चर्चा की जा रही है। इस तरह की घटनाएं औपनिवेशिक काल की याद दिलाती हैं।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ऐसे आरोप लग रहे हैं कि पुलिस अधीक्षक मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित पुलिसकर्मियों पर दबाव डाल रहे हैं।
मामले को रफा-दफा करने के लिए डाला जा रहा दबाव
मृत्युंजय कुमार सिंह ने कहा, ‘‘यह अपनी तरह की पहली घटना है, जो बिहार पुलिस की छवि को खराब कर सकती है। हम मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हैं।’’ सिंह ने कहा, ‘‘ऐसे आरोप लग रहे हैं कि पुलिस अधीक्षक(SP) मामले को रफा-दफा करने के लिए पीड़ित पुलिसकर्मियों पर दबाव डाल रहे हैं। सीसीटीवी(CCTV) फुटेज से छेड़छाड़ करने का प्रयास भी किया जा सकता है। मामले में जल्द प्राथमिकी(FIR) दर्ज की जानी चाहिए।’’