Bihar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बिहार दौरा जिन आतंकियों के निशाने पर था, उनमें से एक का नाम है मरगूब अहमद दानिश उर्फ ताहिर, जिसे पुलिस ने फुलवारी शरीफ से गुरुवार को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान ताहिर के फोन से कई ऐसी चीजें बरामद हुई हैं जो इस बात की ओर इशारा करती हैं कि वह संप्रदाय और राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में संलिप्त है। पुलिस के अनुसार, ताहिर का जन्म साल 1996 में फुलवारी शरीफ में हुआ था, उसका परिवार गया जिले के बीठो शरीफ का रहने वाला है। जबकि ताहिर के परिवार के कुछ लोग पाकिस्तान के कराची में बसे हुए हैं। पुलिस के मुताबिक ताहिर 2016 से ही सोशल मीडिया के माध्यम से पाकिस्तान में रह रहे अपने लोगों से जुड़ा हुआ था। वहीं ताहिर का लिंक पाकिस्तान के कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी जुड़ा बताया गया है। पाकिस्तान का रहने वाला फैजान ताहिर के संपर्क में लगातार बना रहा था।
गजवा-ए-हिंद का कनेक्शन
ताहिर गजवा-ए-हिंद नामक व्हाट्सएप ग्रुप में भी सक्रिय था। पुलिस ने उसके फोन की जांच की तब जाकर इस बात का खुलासा हुआ। यही नहीं ताहिर खुद इस ग्रुप का एडमिन था। ताहिर की इस ग्रुप में सक्रियता साफ दर्शाती है कि वह गजवा-ए-हिंद से खुले तौर पर जुड़ा हुआ है। ताहिर के इस ग्रुप में फैजान भी एडमिन है, जो पाकिस्तान का रहने वाला है। इस ग्रुप में पाकिस्तान के अलावा भारत और यमन के भी कई नंबर ऐड हैं।
यूट्यूब और फेसबुक के जरिए नफरती खेल
ताहिर के फोन से मिली जानकारी के अनुसार, उसके फेसबुक और यूट्यूब के जरिए भड़काऊ भाषण सोशल मीडिया पर फैलाए जाते थे। इसके साथ ही उसके फोन से एक और व्हाट्सएप ग्रुप का पता चला है जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश के कई नंबर मौजूद हैं। ताहिर के खिलाफ आईपीसी की धारा, 121, 121ए, 120, 120बी, 505(1), 153ए और आईटी एक्ट की धारा 66 के अंतर्गत मामला दर्ज किया गया है।
और लोगों के खिलाफ दर्ज हुई है एफआईआर
आईबी ने अपनी जांच में पाया है कि देश विरोधी साजिश रचने वालों में मोहम्मद जलालुद्दीन, अतहर परवेज, अरमान मलिक, शब्बीर मलिक, ताहिर अहमद और शमीम अख्तर के अलावा और भी लोग हैं जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जानकारी के मुताबिक अहतर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन दोनों एनजीओ (NGO) के नाम पर आतंक की फैक्ट्री चला रहे थे। ज्यादातर यहां केरल, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु और देश के कई अन्य राज्यों से यहां युवा ट्रेनिंग लेने आते थे। पुलिस ने खुलासा किया है कि दोनों संदिग्धों का संबंध पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की समेत कई इस्लामिक देशों से है। इन देशों से फंडिंग हो रही थी। पुलिस ने बताया कि दोनों संदिग्ध आतंकवादियों के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं। पुलिस ने इन दोनों के पास से पीएफआई का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं। जिसमें भारत को 2047 तक इस्लामिक मुल्क बनाने का जिक्र किया गया है।