Bihar News: धनतेरस के साथ ही दीपोत्सव की शुरुआत हो गई है। दिवाली के बाद छठ पर्व को लेकर तैयारियां भी की जा रही हैं। इसी बीच नदियों खासकर गंगा के बड़े जलस्तर के कारण छठ मनाने वालों में कुछ चिंता थी। लेकिन अच्छी खबर यह है कि पटना में गंगा के जलस्तर में कमी आ गई है। अब छठ घाट तैयार होने लगे हैं। छठ महापर्व को लेकर गंगा घाटों को तैयार करने का काम तेज हो गया है।
कच्चे घाटों की दशा सुधारने के लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा
गंगा के जलस्तर में कमी के बाद कई कच्चे घाटों की स्थिति सुधारने में भी जिला प्रशासन जुटा है। पटना के एक अधिकारी बताते हैं कि गंगा के जलस्तर में कमी आई है, लेकिन कच्चे घाटों पर दलदल की स्थिति बनी हुई है। बांसघाट और कलेक्ट्रेट घाट पर अब भी पानी जमा है।
हटाई जा रही है पक्के घाटों की सीढ़ियों पर जमी मिट्टी
लोक आस्था के इस चार दिवसीय महापर्व को लेकर पक्के घाटों की सीढ़ियों पर जमी मिट्टी हटाई जा रही है। कच्चे घाटों पर, जहां दलदल है, वहां संपर्क पथ बनाने का काम किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि 25 अक्टूबर के बाद बैरिकेडिंग का काम प्रारंभ होगा। खतरनाक तथा अधिक जलस्तर वाले इलाकों की बैरिकेडिंग की जाएगी। इसके अलावा अस्थायी चेंजिग रूम की भी व्यवस्था की जा रही है।
28 अक्टूबर तक सभी घाट तैयार हो जाएंगे, प्रशासनिक अधिकारियों ने कहा
अधिकारियों का कहना है कि 28 अक्टूबर तक सभी घाटों को तैयार कर लिया जाएगा। वे घाटों का निरीक्षण कर रहे हैं। गंगा के जलस्तर में लगातार कमी आ रही है। छठ पूजा के लिए दानापुर से दीदारगंज तक 105 घाटों को चिह्न्ति किया गया है। इन सभी घाटों की स्थिति का जायजा लेने के लिए 21 टीमें गठित की गईं हैं। उल्लेखनीय है कि छठ की शुरूआत 28 अक्टूबर से होगी।